उत्तर प्रदेश सरकार ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर बड़ी पहल शुरू की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आह्वान पर अब स्कूलों से लेकर विश्वविद्यालयों तक के छात्र-छात्राएं पर्यावरण बचाने के लिए जनजागरूकता अभियान चलाएंगे। इसके तहत नुक्कड़ नाटक, कठपुतली, रैली, प्रतियोगिताओं और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाया जाएगा।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस मिशन को लेकर पूरी तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके लिए बाकायदा निदेशक पर्यावरण को एक पत्र भेजा गया है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि प्रदेश के हर कोने में पर्यावरण जागरूकता की अलख जगाई जाएगी। इस अभियान की सबसे रोचक बात होगी कलात्मक जागरूकता। सड़क किनारे नुक्कड़ नाटकों में दिखाया जाएगा कि प्लास्टिक का कचरा कैसे नदियों को मार रहा है। कठपुतलियों के माध्यम से बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को मोटिवेट किया जाएगा। स्थानीय मेलों में इको-फ्रेंडली प्रदर्शनियां लगेंगी।
स्कूली बच्चों को इस मुहिम का यंग फेस बनाया जाएगा। उनके लिए पोस्टर प्रतियोगिता में प्रकृति को लेकर विभिन्न विषय होंगे। भाषण प्रतियोगिताओं में बच्चे बताएंगे कि घर में प्लास्टिक का उपयोग कैसे कम किया जाए।
क्विज में पर्यावरण से संबंधित प्रश्न पूछा जाएगा। जीतने वाले बच्चों को इको-फ्रेंडली गिफ्ट दिए जाएंगे।
प्रदेश स्तर पर अभियान
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने बताया कि सीएम के निर्देश पर पर्यावरण को लेकर पूरे प्रदेश में अभियान चलाया जा रहा है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में प्रदूषण के खिलाफ तैयारी की जा रही है। प्रदूषण के कारण बढ़ रहे तापमान को नियंत्रित करने के लिए बड़े पैमाने पर पौधे लगाए जाएंगे।