सिद्धार्थनगर : फर्जी नियुक्ति पत्र से नौकरी करने के मामले में पुलिस ने पूर्व बीएसए देवेंद्र पाण्डेय समेत पांच व्यक्तियों को नोटिस भेजा है। इसमें बेसिक शिक्षा विभाग के दो वरिष्ठ व कनिष्ठ लिपिक भी शामिल हैं। पुलिस ने सभी व्यक्तियों से सीओ डुमरियागंज कार्यालय में साक्ष्य समेत अपना पक्ष रखने के लिए कहा है। ताकि जांच को निष्पक्षता पूर्वक आगे बढ़ायी जा सके।

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शहर के पुरानी नौगढ़ कस्बे के सुभाषनगर मोहल्ले के निवासी रियाज है। अहमद पुत्र सहाबुद्दीन ने एडीजी – कानून व्यवस्था व एडीजी एसटीएफ के पास 19 मार्च को पत्र भेजकर शिकायत की कि भनवापुर ब्लाक संसाधन केंद्र में फर्जी नियुक्ति पत्र के आधार पर नौकरी के मामले में पूर्व बीएसए, वरिष्ठ लिपिक मुकुल मिश्रा, कनिष्ठ लिपिक शिव सागर चौबे समेत पांच व्यक्तियों की भूमिका संदिग्ध है। शिकायतकर्ता ने कहा है कि फर्जीवाड़े को लेकर यह जिला करीब 10 वर्षों से बदनाम है। यहां फर्जीवाड़े के सैकड़ों मामले सामने आने के बाद आठ व्यक्तियों को आठ व्यक्तियों ने फर्जी नियुक्ति पत्र के आधार पर दो माह तक नौकरी की और विभाग ने एक शिकायत के बाद इस प्रकरण पर ध्यान दिया। अर्थात शिकायत न होती तो यह आठों व्यक्ति वेतन भी ले लेते। दैनिक जागरण ने इस मामले में बुधवार के अंक में इसे प्रकाशित भी किया था। पुलिस ने शिकायत को संज्ञान में लेकर पूर्व बीएसए समेत पांचों व्यक्तियों को नोटिस भेजा है और उनसे पुलिस क्षेत्राधिकारी डुमरियागंज कार्यालय में साक्ष्य समेत अपना बयान रखने के लिए कहा है।
यह है मामलाः 12460 शिक्षक भर्ती में जिले को 314 शिक्षक मिले। 28 व 29 जून को प्रक्रिया पूरी करने के बाद सभी शिक्षकों को विद्यालय आवंटित कर दिया गया। इसमें 36 शिक्षक भनवापुर बीआरसी के लिए आवंटित किए गए, लेकिन भनवापुर बीआरसी में 36 की बजाय 44 व्यक्तियों ने ज्वाइन किया। इसमें से आठ ने फर्जी नियुक्ति पत्र के आधार पर विद्यालय ज्वाइन किया। शिकायतकर्ता ने कहा है कि विना संलिप्तता के कोई भी विभाग इतनी बड़ी चूक कैसे कर
सकता है। डीएड डिग्री धारकों को करा दिया गया था ज्वाइनः फर्जी नियुक्ति पत्र पर भनवापुर क्षेत्र में विद्यालय ज्वाइन करने वाले इन आठों व्यक्तियों के पास डीएड की डिग्री थी। उनके पास बीटीसी की डिग्री थी नहीं, जबकि डीएड की डिग्री इस पद के लिए मान्य थी ही नहीं, लेकिन मानव संपदा पोर्टल पर फीड करते समय विभाग ने इन बिंदुओं पर ध्यान दिया ही नहीं। इस पद के लिए बीटीसी समेत टेट की अर्हता थी। शिकायतकर्ता ने कहा है कि आठों व्यक्तियों में से एक पूर्व बीएसए के जिले का निवासी है। शिकायतकर्ता ने शिकायत की है कि इस प्रकरण में पूर्व बीएसए की संलिप्तता हो, इससे इन्कार नहीं किया जा सकता है।
इस प्रकरण रण में सभी बिंदु संज्ञान मे है। सभी बिंदुओं को ध्यान में रखकर जांच
की जा रही है।
रियाज के पत्र के आधार पर इसमें पूर्व बीएसए समेत सभी व्यक्त्तियों को नोटिस भेजा गया है। उन्हें कार्यालय आकर साक्ष्य समेत अपना बयान देने के लिए कहा गया है।
व्रजेश कुमार वर्मा पुलिस क्षेत्राधिकारी डुमरियागंज