राकेश सिंह
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अलीगढ़
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अपने कर्तव्य क्षेत्र में जाते हुए उन्नाव की 3 शिक्षिकाओं की असमय मौत ने बेसिक शिक्षा विभाग को बहुत अधिक पीड़ा दी है। हम सभी बेसिक शिक्षा परिवार इन। बेसिक शिक्षा के शहीदों को अश्रु पूरित नमन और श्रद्धांजलि व्यक्त करते हैं, मैं आप सभी से अपील करूंगा। कि इन शिक्षकों के लिए जितनी हो स्थानीय स्तर से मदद जरूर पहुंचाएं, विभिन्न शैक्षिक संगठनों से मेरा अनुरोध है कि आप इस तरह का आकस्मिक कोष जरूर स्थापित करें ताकि हम ऐसे शिक्षकों की मदद कर सके, बात यूं ही नहीं खत्म हो जाती है, केवल मदद मात्र से क्या होगा उन सभी पीड़ित शिक्षकों के परिवार पर जो कुछ भी गुजर रहा होगा उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है, मेरा अनुरोध आप सभी शिक्षकों से है। कि सर्वप्रथम किसी भी स्थिति में अपने कार्यक्षेत्र और आवास में दूरी न्यूनतम।रखें आवास की दूरी को कभी भी प्रतिदिन आने जाने का सिलसिला न रखें, आने जाने का सिलसिला साप्ताहिक करें कि हम शनिवार को जाएंगे और सोमवार को आएंगे।

प्रतिदिन आना जाना बहुत ही कष्ट दायक होता है। दूसरा हम सभी को यात्रा के तनाव से बचना चाहिए और पता नहीं ये मानसिकता शिक्षकों में क्यों घर कर गई है कोई भी निरीक्षण होता है तो अगर वो शिक्षक अनुपस्थित पाए जाते हैं तो उनको लगता है कि उन्होंने कोई बहुत अपराध कर दिया है अमूमन सरकारी सेवा में हम सभी कभी न कभी अपने कार्यालयों में विलंब से पहुँचते हैं और सभी स्तरों पर इस बात की समीक्षा होती है, आपकी अनुपस्थिति कोई ऐसा विषय नहीं है कि ब्लॉक में आपकी बहुत अपमान हो जाएगा आपका मान सम्मान गिर जाएगा आप समाज को शिक्षित सुसज्जित और व्यवस्थित करने का काम जीवन पर्यन्त करते हैं।
एक दिन के लिए इतनी आपाधापी ठीक नहीं है। आप प्रतिदिन स्कूल जाते हैं अगर एक दिन विलंब हो गया तो कोई चौंकाने वाली बात नहीं है। इसको सहज रूप में लीजिए। ये नौकरी का हिस्सा है। कोई विशेष चीज़ नहीं है कि आपका नाम आ गया कि आपका एक वेतन एक दिन का कट गया गत वर्ष लगभग 1500 शिक्षकों का एक दिन का वेतन कटा था जिसका मैंने शिक्षक समस्या समाधान दिवस। शिक्षक मेला लगाकर के सभी शिक्षकों के एक दिन के कटे हुए वेतन को तत्काल बहाल करने का कार्य किया। सभी अधिकारियों से मेरी अपील है कि शिक्षकों से ही हमारी गरिमा है और शिक्षक हमारा परिवार है जब ये सुरक्षित रहेंगे।
तभी हमारा मान सम्मान सुरक्षित रहेगा। अतएव शिक्षकों की छोटी मोटी समस्याओं पर अनिवार्य रूप से सहानुभूतिपूर्वक पूर्वक विचार करें बेहतर होगा कि आपके जो औचक निरीक्षण है या अन्य अधिकारियों के जो औचक निरीक्षण होने हैं यदि स्कूल को बताकर किए जाएं तो उसके परिणाम और बेहतर आ सकते हैं। मैंने खुद इसका प्रयोग किया है फिर भी मेरे मन में कुछ संकल्प विचार और सपने आ रहे हैं यदि सरकार इन मांगों पर गंभीरता पूर्वक विचार करेगी तो हम बेसिक शिक्षा को और बेहतर बना सकते हैं। बेसिक शिक्षा में सुदूर ग्रामीण अंचलों में कार्य करने वाले शिक्षकों को विशेष प्रोत्साहन भत्ता दिए जाने की जरूरत है, ताकि उनके मन में ये बातें कदापि ना आयें कि उनकी पोस्टिंग दूर है उनकी पोस्टिंग दूर होना उनके लिए गर्व और गौरव का विषय होना चाहिए हम सभी को इस तरह की व्यवस्था करनी होगी यदि संभव हो सके तो ब्लॉक स्तर पर ही शिक्षकों के लिए अलग से कॉलोनी की व्यवस्था सरकार करें वहीं पर उनके बच्चों के पढ़ने लिखने स्वास्थ्य और हर तरह की सुविधाओं की राष्ट्रीय स्तर की व्यवस्था सरकार को करना चाहिए।
प्रत्येक शिक्षकों को इस बात से मुक्ति जरूर मिलनी चाहिए उन्हें 2 व्हीलर या स्कूटी या अपने वाहन से स्कूल पे जाना है, जब एक जगह से हम विभिन्न शिक्षकों को विभिन्न स्थानों पर पहुंचाएंगे। तो उनके लिए कोई केंद्रीकृत बस व्यवस्था का संचालन भी हम सभी कर सकते हैं। मैं सभी शिक्षकों से अनुरोध करूंगा कि आपके जीवन से अनमोल कुछ भी नहीं। आपका जीवन अकेले नहीं है आपके जीवन के साथ आपका परिवार जुड़ा हुआ है आपके सपने जुड़े हुए हैं।
अपने परिवार को सुरक्षित रखिए अपने सपनों को पूरा करिए और ये तभी संभव है जब आप इस दुनिया में हैं आप इस दुनिया में नहीं हैं तो इन बातों का कोई भी मतलब नहीं है हम सभी एक-दूसरे को मनोबल बढ़ाते हुए बेसिक शिक्षा को सदैव उन्नति के पथ पर ले। जाने का काम करेंगे बहुत दुखद घटना हुई है हम सभी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
राकेश सिंह
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अलीगढ़
15/4/25🙏🙏🙏