बहराइच। जिले में संचालित सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों का शिक्षा स्तर संतोषजनक नहीं है। शनिवार को डीआईओएस की जांच में चरदा के आदर्श विद्या मंदिर में अयोग्य शिक्षक पढ़ाते मिले। वहीं, उच्च प्राथमिक विद्यालय चरदा में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र में लगा ताला छह माह से नहीं खुला है।

इसके अलावा नेहरू स्मारक इंटर कॉलेज रुपईडीहा में शिक्षा की गुणवत्ता संतोषजनक न मिलने पर डीआईओएस ने प्रधानाध्यापक का वेतन अग्रिम आदेश तक रोके जाने का निर्देश दिया है। साथ ही रुपईडीहा व नवाबगंज के प्राथमिक विद्यालय में गैरहाजिर रहने पर दो शिक्षामित्रों का वेतन बाधित करने का आदेश दिया है।
जिला विद्यालय निरीक्षक सुबह सुबह 08:45 बजे आदर्श विद्या मंदिर चरदा
रुपईडीहा पहुंचे। वहां प्रधानाध्यापक ने बताया कि विद्यालय की मान्यता केवल कक्षा पांच तक है। जबकि यहां हाईस्कूल स्तर तक की कक्षाएं चलती मिलीं। एक ही कक्षा कक्ष में दो कक्षाएं संचालित थीं। विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों की शैक्षिक योग्यता भी मानक के अनुरूप नहीं पाई गई। इस पर विद्यालय प्रबंधन पर कार्रवाई का आदेश दिया गया। उच्च प्राथमिक विद्यालय चरदा के निरीक्षण में पाया गया कि विद्यालय का सबमर्सिबल विगत तीन माह से खराब है। शैक्षिक गुणवत्ता संतोषजनक नहीं मिली। अनुचर प्रेम नरायन बिना किसी सूचना के अनुपस्थित थे। इस कारण उनका स्पष्टीकरण लेकर कार्रवाई के लिए बीएसए को पत्र लिखा गया। जबकि विद्यालय प्रांगण में ही बने
आंगनबाड़ी केंद्र विगत छह माह से से बंद है। इसके लिए कार्यक्रम अधिकारी को पत्र लिखा गया है।
इसके अतिरिक्त श्रीराम जानकी इंटर कॉलेज रुपईडीहा, नेहरू स्मारक इंटर कॉलेज रुपईडीहा का निरीक्षण किया गया। दोनों स्थानों पर शिक्षा की गुणवत्ता संतोषजनक नहीं पाई गई। वहीं, नेहरू स्मारक में मध्याह्न भोजन बनता हुआ नहीं मिला और न ही स्कूल में खाद्य सामग्री ही उपलब्ध थी। इस पर डीआईओएस ने क प्रधानाध्यापक मनोज कुमार अहिरवार अग्रिम आदेश तक वेतन रोकने का निर्देश दिया। इसके अलावा प्राथमिक विद्यालय रुपईडीहा में जांच के दौरान शिक्षामित्र दीपा तिवारी अनुपस्थित मिलीं। इससे उनका एक दिन का मानदेय बाधित किया गया है।
जबकि प्राथमिक विद्यालय रामनगर, नवाबगंज में शिक्षामित्र रचना शर्मा दो दिन से अनुपस्थित हैं। इस पर उनका भी मानदेय बाधित किया गया है।