सीतापुर, जिले के परिषदीय स्कूलों में फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी कर रहे 16 शिक्षकों की सेवा समाप्त किए जाने का मामला अभी पूरी तरह से शांत नहीं हो पाया था कि एक बार फिर जिले के बेसिक शिक्षा विभाग में हलचल तेज हो गई है।
यहां पर कई अन्य शिक्षकों पर फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी पाने का शक गहरा गया है। विभागीय जांच में कई अन्य शिक्षकों के शैक्षिक प्रपत्रों में भी गड़बड़ी मिली है, जिसको लेकर विभागीय जांच तेज कर दी गई है। बेसिक शिक्षा विभाग ऐसे शिक्षकों को तलाश करने में जुटा है, जिन्होंने दस्तावेजों में हेरफेर या फर्जी दस्तावेज बनवाकर नौकरी प्राप्त की है। विभागीय जांच में 15 शिक्षक एक बार फिर संदेह के घेरे में आ गए हैं। संदेह के घेरे में आने वाले सभी शिक्षकों को बीएसए की ओर से नोटिस भी जारी कर दिया गया है। शक के घेरे में आए हुए शिक्षकों की जांच की जा रही है। जल्द ही इन पर भी गाज गिरना लगभग तय है।

पूरा मामला 12460 हजार शिक्षक भर्ती से जुड़ा हुआ है। बीते दिनों जिले
में 16 शिक्षक फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी करते पाए गए हैं। जिसमें सभी की सेवा समाप्त कर दी गई। इनमें से साथ ही आठ आरोपियों पर मुकदमा भी दर्ज करवाया गया है। इनमें से एक आरोपी सरगना निकलकर सामने आया था, जो कि साल 2015 में 29 हजार शिक्षक भर्ती में भर्ती होकर नौकरी कर रहा था। इस खुलासे के
बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। विभाग को शक था कि जिले में और भी कई ऐसे शिक्षक हैं, जो फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी कर रहे हैं। जिसको गंभीरता से लेते हुए विभाग ने जांच शुरू की।
जैसे जैसे जांच का दायरा बढ़ता गया वैस वैसे एक एक कर परतें खुलने लगी। इस जांच में एक बार फिर 15 शिक्षकों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। इन शिक्षकों के दस्तावेजों का के सत्यापन में कुछ पेंच फंसा है। बारीकी से निरीक्षण किया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ शिक्षकों को विभाग के द्वारा नोटिस की जारी कर दिया गया है। जांच का दायरा बढ़ने से एक बार फिर बेसिक शिक्षा विभाग में हलचल तेज हो गई है। जांच के बाद कई अन्य चेहरे भी बेनकाब हो सकते हैं।
बीते महीने में 16 शिक्षकों को बर्खास्त करने की कार्रवाई की जा चुकी शक के घेरे में आए हुए शिक्षकों की जांच की जा रही, नोटिस जारी की
जिले के परिषदीय स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच चल रही है। कुछ शिक्षकों के दस्तावेज संदिग्ध प्रतीत हो रहे हैं। जिसकी गंभीरता से जांच की जा रही है। जांच जल्द ही पूर्ण होने का अनुमान है। जांच में यदि कोई भी शिक्षक दोषी पाया जाता है तो उस पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
अखिलेश प्रताप सिंह, बीएसए