बरेली,। बीएसए कार्यालय से शिक्षामित्रों के नवीनीकरण का आदेश जारी होने पर खलबली मच गई। शिक्षामित्र संघ ने आदेश पर आपत्ति जताते हुए कहा कि शिक्षामित्रों का स्वतः नवीनीकरण होतां है। ऐसे में इस आदेश का कोई औचित्य नहीं है। मामला बीएसए तक पहुंचा तो पता चला कि आदेश गलत जारी हुआ है। आनन-फानन में संशोधित आदेश जारी किया गया।

गुरुवार को बीएसए ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को एक आदेशजारी किया। इसमें 15 जून 2022 के शासनादेश के क्रम में सत्र 2025-26 के लिए शिक्षामित्रों के नवीनीकरण के विषय में सूचना मांगी गई। इसके लिए एकप्रारुप भी जारी किया गया। इसप्रारुपं में शिक्षामित्र की सूचना प्रधानाध्यापक और खंड शिक्षा अधिकारी को
सत्यापित कर भेजनी थी। आदेश की कॉपी शिक्षामित्र संघ को मिली तो हड़कंप मच गया। संघ के प्रदेश अध्यक्ष कौशल कुमार सिंह और जिलाध्यक्ष कपिल यादव ने इसे गलत बताते हुए बीएसए से बात की। बीएसए ने जब प्रकरण दिखवाया तब पता चला कि आदेश गलत जारी हो गया। बीएसए संजय सिंह ने बताया कि तमाम शिक्षामित्रलंबे समय से गायब हैं। उनकी उपस्थिति के विषय में सूचना मांगी गई थी। भूलवश प्रारुप गलत चला गया