आजमगढ़। जनपद में महिला शिक्षक संघ की दो वरिष्ठ पदाधिकारियों, जिलाध्यक्ष शिखा मौर्य और मंडल अध्यक्ष प्रज्ञा राय के बीच सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत विचारधारा और प्रभुत्व को लेकर उत्पन्न विवाद ने संगठन की छवि को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। इसे लेकर संघ की प्रांतीय कोर कमेटी ने दोनों पदाधिकारियों को पदच्युत कर दिया। साथ ही जनपदीय व मंडलीय कार्यकारिणी को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया।

प्रदेश अध्यक्ष सुलोचना मौर्य ने पत्र जारी कर दोनों पदाधिकारियों को पूर्व में 8 मार्च को जारी पत्र के माध्यम से लखनऊ स्थित शिविर कार्यालय में समीक्षात्मक बैठक के लिए उपस्थित होने का निर्देश दिया था। हालांकि, दोनों के एक साथ उपस्थित न होने को संघ की अनुशासन पद्धति के प्रति उदासीनता माना गया। पत्र में यह भी उल्लेख किया
प्रांतीय कोर कमेटी ने जनपदीय व मंडलीय कार्यकारिणी किया भंग
गया कि शिक्षक सरकारी सेवक होने के साथ-साथ शिक्षक संवर्ग से संबंधित हैं और महिला होने के नाते अपनी मयार्दा व कर्तव्यों का पालन करने के लिए बाध्य हैं। जाति, धर्म और राष्ट्रीय जैसे संवेदनशील मुद्दों पर सोशल मीडिया पर टिप्पणी को कार्मिक नियमों के विपरीत और अनुचित करार दिया गया।
प्रांतीय कोर कमेटी ने 6 मई को हुई बैठक में इस मामले पर विचार-विमर्श के बाद जनपद और मंडल का प्रभार प्रांतीय कार्यकारिणी की सदस्य रुचिता सिंह और अर्चना चौधरी को सौंपने का निर्णय लिया। दोनों को जनपद व मंडल स्तर पर कार्यकारिणी के पुनर्गठन के लिए एक संयोजक समिति गठन करने का निर्देश दिया गया है। प्रदेश अध्यक्ष ने उक्त निदेर्शों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने का आदेश दिया है