प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में तैनात 7374 शिक्षकों को परस्पर तबादले का तोहफा मिला है। बेसिक शिक्षा परिषद ने एक से दूसरे जिले के लिए परस्पर तबादले के लिए योग्य पाए गए शिक्षकों की सूची जारी कर दी है। साथ ही 29 मई से पांच जून तक इन शिक्षकों को तबादला पाए स्थानों पर कार्यभार ग्रहण कराने व कार्यमुक्त करने का भी निर्देश जारी कर दिया है।

बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव सुरेंद्र तिवारी की ओर से एक अन्य आदेश जारी कर सभी बीएसए को निर्देश दिया गया है कि नियमानुसार तबादला पाने वाले शिक्षकों को कार्यमुक्त करने व कार्यभार ग्रहण कराने की कार्यवाही 29 मई से पांच जून के बीच पूरी की जाए। उन्होंने कहा है कि शिक्षकों को उनके परस्पर तबादले के तहत स्कूल से स्कूल में कार्यमुक्त व कार्यभार ग्रहण कराया जाएगा। बीएसए इसके पूर्व शिक्षकों के अभिलेखों का भलीभांति परीक्षण करेंगे।
उन्होंने कहा है कि नियमित रूप से कार्यरत शिक्षकों को ही कार्यमुक्त व कार्यभार ग्रहण कराया जाए। जिन शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही चल रही हो, उनको कार्यमुक्त व कार्यभार ग्रहण न कराया जाएगा। तबादला प्रक्रिया मानव संपदा पोर्टल के माध्यम से पूरी की जाएगी। वहीं दूसरी तरफ जिले के अंदर परस्पर तबादले के लिए 29 मई से जोड़ा (पेयर) बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी। बेसिक शिक्षा परिषद इसकी प्रक्रिया भी गर्मी की छुट्टी में पूरी की जाएगी।
*परस्पर तबादले के नाम पर ठगी-पैसा लेने का आरोप*
बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से बुधवार को परस्पर तबादले का आदेश जारी कर दिया गया किंतु शिक्षकों की ओर से इसमें आपस में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है। सहारनपुर में एक शिक्षक ने एक अन्य शिक्षक से परस्पर तबादले के लिए 12.20 लाख रुपये लेने और ओटीपी शेयर न करने का आरोप लगाया है। बीएसए सहारनपुर ने इस पर जांच कमेटी बना दी है। वहीं मुजफ्फरनगर में भी शिक्षक के साथ परस्पर तबादले के लिए जोड़ा बनाने में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है।