प्रतापगढ़। बीएड प्रवेश परीक्षा से पहले ही दाखिले के लिए अभ्यर्थियों की तलाश निजी कॉलेजों ने शुरू कर दी है। गांव-गांव जाकर प्रवेश परीक्षा में शामिल होने वाले – अभ्यर्थियों से संपर्क किया जा रहा है। शिक्षक छात्रवृत्ति का प्रलोभन देकर दाखिला लेने की सलाह दे रहे हैं।
इस बार जिले के दस कॉलेजों को बीएड प्रवेश परीक्षा के लिए केंद्र बनाया गया है। जिले में बीएड के 80 विद्यालयों में आठ हजार सीटें हैं। जिनमें से तीन सरकारी और 77 निजी कॉलेज हैं।

एक जून को प्रस्तावित परीक्षा दो पालियों में सुबह नौ से 12 और दोपहर दो से पांच बजे तक होगी। इधर, प्रवेश परीक्षा को नकलविहीन कराने की तैयारी में जिला प्रशासन
जुटा है।
वहीं, निजी कॉलेजों के संचालक पंफलेट के जरिये एडमिशन के लिए अभ्यर्थियों को प्रेरित कर रहे हैं। जिले में एमएमपीजी कॉलेज कालाकांकर, एमडीपीजी कॉलेज और ढिढ़ई कॉलेज में सरकारी सीटें उपलब्ध हैं।
पिछले साल भी निजी कॉलेजों में करीब 50 फीसदी सीटें खाली रह गई थीं। राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विश्वविद्यालय के कुलसचिव संजय कुमार ने बताया कि प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा से बीएड अभ्यर्थियों को बाहर किए जाने से दाखिले की संख्या घट गई है। पिछले साल निजी कॉलेजों में काफी सीटें खाली रह गई थीं।