बरेली। बरेली कॉलेज में उस समय तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई जब शिक्षक संघ और चीफ प्रॉक्टर एक शिक्षक के उत्पीड़न के मामले को लेकर नोकझोंक हो गई। तीन दिन पहले हुई परीक्षा के दौरान एक परीक्षार्थी ने कक्ष निरीक्षक को नकल करने से रोकने पर गोली मारने की धमकी दी। इस मामले में कार्रवाई न होने से शिक्षकों में रोष है। शिक्षक संघ ने प्राचार्य के सामने मुद्दों का निस्तारण नहीं होने तक परीक्षा ड्यूटी नहीं करने का एलान कर दिया।

सोमवार को शिक्षक संघ के सचिव प्रो. वीपी सिंह कई शिक्षकों के साथ प्राचार्य कार्यालय पहुंचे। उन्होंने बताया कि तीन दिन पहले बीबीए के एक परीक्षार्थी ने अंग्रेजी विभाग के एक शिक्षक को नकल करने से रोकने पर गोली मार देने की धमकी दी। पीड़ित शिक्षक ने मामले की जानकारी चीफ प्रॉक्टर प्रो. आलोक खरे को फोन कर देनी चाही, लेकिन उनका फोन नहीं उठा। फोन कॉल न उठने के चलते शिक्षक ने चीफ प्रॉक्टर को परीक्षार्थी का रोल नंबर, फोटा, कक्ष संख्या आदि जानकारी व्हाट्सएप कर दी। तीन दिन तक कोई कार्रवाई न होने के बाद शिक्षक ने शिक्षक संघ का सहारा लिया। महामंत्री प्रो. वीपी सिंह ने चीफ प्रॉक्टर प्रो. आलोक खरे पर अपने पद का मान न रखते हुए जिम्मेदारी का सही निर्वहन नहीं करने का आरोप लगाया है। उन्होंने तीन दिन तक संबंधित परीक्षार्थी पर कार्रवाई न करने का कारण पूछा। इसके बाद दोनों ही शिक्षकों में नोकझोंक भी हुई।
इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि परीक्षा से पहले बैठक की जाती थी और ड्यूटी लगाई जाती थी। वहीं अब ऐसा कुछ नहीं किया जाता और सीधा परीक्षा से एक दिन पहले रात को व्हाट्सएप पर जानकारी दी जाती है। संवाद
पहली ही बार में फोन उठा लिया गया था और प्रॉक्टोरियल बोर्ड से पांच प्रॉक्टर को मौके पर भेजा गया था, लेकिन तब तक छात्र चला गया था। लगाएं गए आरोप गलत हैं। – आलोक खरे, चीफ प्रॉक्टर