बदायूं, । परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के आधार संबंधी गड़बड़िया दूर बीईओ कराएंगे और उन्हें डीबीटी का लाभ दिलाएंगे। वर्तमान में आधार संबंधी गड़बड़िया होने के चलते करीब 11 हजार छात्र-छात्रायें डीबीटी का लाभ लेने से वंचित हैं। बीएसए वीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा है कि जो बच्चे डीबीटी के लिए रह गये हैं उन्हें भी लाभ दिलाया जाए। परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के लिए हर वर्ष उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा डीबीटी में 1200 रुपए के हिसाब से धनराशि उनके द्वारा उपलब्ध करायी जाती है। इस रकम से बच्चे ड्रेस, जूता, मोजा, बैग एवं स्टेशनरी खरीदते हैं।

जनपद के 2.18 लाख छात्र-छात्राओं के लिए डीबीटी का लाभ मिल चुका है, लेकिन 11 हजार छात्र- छात्राएं डीबीटी का लाभ लेने के लिए रह गये हैं। डीबीटी का लाभ मिलने से छूटने का मुख्य कारण आधार संबंधी गड़बड़िया हैं कुछ बच्चों के आधार बने भी नहीं हैं। बीएसए वीरेंद्र कुमार सिंह ने आधार संबंधी समस्यायें दूर कराने के निर्देश सभी ब्लॉक के बीईओ को दिये हैं। बीएसए ने कहा है कि ग्रीष्मकाल अवकाश के बाद स्कूल खुलने पर आधार संबंधी समस्याएं दूर कराकर वंचित बच्चों को डीबीटी का लाभ दिलाया जाये। 1200 की रकम ट्रांसफर डीबीटी में के माध्यम से 1200 रुपये प्रति बच्चा के हिसाब से ट्रांसफर होते हैं। इन रुपये से बच्चों के लिए दो जोड़ी ड्रेस खरीदनी होती है। इसके साथ ही जूता, मोजा लेने पड़ते हैं। इसी धनराशि में से स्टेशनरी एवं स्कूल बैग भी बच्चों के लिए खरीदना पड़ता है। 2.18 लाख बच्चों को मिल चुका लाभ जिले में परिषदीय स्कूलों की संख्या 2155 है, इनमें कुल पंजीकृत बच्चों की संख्या 2.29 लाख है। इतने बच्चों में से अब तक 2.18 लाख बच्चों को डीबीटी का लाभ मिल चुका है। जबकि डीबीटी का लाभ मिलने से 11 हजार बच्चे वंचित रह गये हैं।