विशिष्ट बीटीसी 2004 पुरानी पेंशन का मामला चर्चा में है, सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने जो आख्या विधान परिषद को भेजा है इससे इस बैच के लोग निराश हैं और जिसे मीडिया ने खबरों में स्थान भी दिया है।

अब इसकी तह में चलते हैं, बेसिक शिक्षा नियमावली 1981 के रूल 8 में उन योग्यताओं का जिक्र है, जिसे प्राप्त करके लोग शिक्षक बनते हैं।
रूल 14 (1) से BSA द्वारा शिक्षक नियुक्ति का विज्ञापन जारी किया जाता है, जिसमें कि अब कुछ परिवर्तन भी हुआ है और रूल 14(3) में चयन का आधार है। SBTC 2004 का चयन का आधार रूल 14 (3) का चयन का आधार नहीं था।
नीरा यादव जी ने दिनांक 14 जनवरी 2004 को बेसिक शिक्षा नियमावली में दसवां संशोधन करके रूल 8 में विशिष्ट बीटीसी को भी शिक्षक बनने की योग्यता में शामिल किया, रूल 8 में इससे पहले बीटीसी और उर्दू बीटीसी की योग्यता ही मौजूद थी। SCERT ने विशिष्ट बीटीसी विज्ञापन 2004 प्रकाशित किया। निदेशक बेसिक शिक्षा परिषद ने नियुक्ति के समय स्पष्ट किया कि प्रशिक्षण के बाद इन सबको नियुक्त किया जा रहा है इसलिए इनका अलग से नियुक्ति का विज्ञापन प्रकाशित नहीं होगा।
SBTC 2004 के लोग स्वयं को 1 अप्रैल 2005 के पूर्व का नियुक्त शिक्षक माननीय सर्वोच्च न्यायालय तक नहीं साबित कर पाए।
अभी हाल में केंद्र सरकार की तर्ज पर राज्य सरकार ने भी अप्रैल 2005 के पूर्व जारी विज्ञापन से नियुक्त लोगों को पुरानी पेंशन में शामिल किया।
जिससे SBTC 2004 के लोग विज्ञापन के आधार पर पुरानी पेंशन प्राप्त करना चाहते हैं।
SCERT और डाइट को रूल 14 के तहत विज्ञापन जारी करने का कोई भी अधिकार नहीं है।
1 अप्रैल 2005 के पहले किसी जिले के BSA और बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव ने SBTC 2004 की नियुक्ति से सम्बन्धित कोई पत्र जारी किया हो तो इनकी लड़ाई को बल दिया जा सकता है।
जबकि सचिव को चयन सूची जारी करने का अधिकार अब मिला है।
उस समय विज्ञापन जारी करने का अधिकार सिर्फ BSA को था।
क्या दिनांक 1 अप्रैल 2005 के पूर्व उत्तर प्रदेश के किसी BSA ने SBTC 2004 से सम्बन्धित कोई पत्र या नियुक्ति से सम्बन्धित कुछ भी जारी किया है?
वर्तमान में सचिव महोदय का कहना है कि रूल 8 में वर्णित SBTC की योग्यता धारण करने के लिए SBTC 2004 का विज्ञापन आया था, रूल 14 से नियुक्ति का वह विज्ञापन नहीं था।
1 अप्रैल 2005 से पूर्व सचिव बेसिक शिक्षा परिषद और किसी जिले के बीएसए का नियुक्ति से सम्बन्धित कोई पत्र ही SBTC 2004 को पुरानी पेंशन में स्थान दिला सकेगा।
अविचल