प्रयागराज। उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) को तीन चरणों में 562 पदों का अधियाचन भेजा चुका है। इस माह 736 पदों का अधियाचन भेजने की तैयारी है। इसके बावजूद तय नहीं कि इन रिक्त पदों पर भर्ती कब शुरू होगी।
दरअसल, आयोग ने असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के परीक्षा प्रारूप में बदलाव का प्रस्ताव शासन को भेजा है, जिसे अभी मंजूरी नहीं मिली है। नए प्रस्ताव में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती तीन चरणों की परीक्षा के माध्यम से कराने की योजना है।

इसमें प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा व इंटरव्यू शामिल हैं।
प्रारंभिक परीक्षा अभ्यर्थियों की छंटनी के लिए होगी और मुख्य परीक्षा व इंटरव्यू के प्राप्तांकों के आधार अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा।
इससे पहले सीधे इंटरव्यू के माध्यम से अभ्यर्थियों का चयन किया जाता था। इंटरव्यू से पहले
अभ्यर्थियों की छंटनी के लिए स्क्रीनिंग परीक्षा आयोजित की जाती थी। केवल इंटरव्यू के माध्यम से चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता को लेकर तमाम तरह के सवाल उठते थे। इसी वजह से आयोग ने परीक्षा प्रारूप में बदलाव का प्रस्ताव शासन को भेजा।
उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से आयोग को 736 पदों का अधियाचन भेजे जाने के बाद आयोग के पास रिक्त पदों की संख्या बढ़कर 1298 हो जाएगी। अभ्यर्थियों को अब भर्ती का विज्ञापन जारी होने का इंतजार है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग को विज्ञापन जारी करने के लिए शासन से परीक्षा प्रारूप में बदलाव के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने का इंतजार है।