ललितपुर। सोमवार से जनपद में संचालित परिषदीय विद्यालय खुल गए। पहले दिन सिर्फ शिक्षक विद्यालयों में पहुंचे। यहां उन्होंने उपस्थित होकर स्कूल परिसर और कक्षाओं की सफाई कराई। इसके साथ ही विभागीय सहित अन्य कार्य कराए।
जिले में 1357 परिषदीय और कंपोजिट विद्यालय हैं। इनमें करीब डेढ़ लाख छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। इन शैक्षिक सत्र में गर्मियों की छुट्टियां की गई थीं। जोकि 15 जून तक के लिए घोषित की गई थी। हाल ही में शासन ने भीषण गर्मी को देखते हुए विद्यालयों में 30 जून तक ग्रीष्मावकाश कर दिया था। जिसमें छात्रों का तो अवकाश किया गया था।

जबकि शिक्षकों को विद्यालय जाने के आदेश दिए थे। हालांकि शासन के इस आदेश को लेकर विरोध भी हो रहा है और विद्यालयों काे पूरी तरह से बंद करने की मांग की जा रही है। कहा जा रहा है कि जब विद्यालय में बच्चे ही नहीं आ रहे हैं तो शिक्षकों को क्यों बुलाया जा रहा है। विभागीय काम तो शिक्षक घर पर ही रहकर निपटा सकता है। विरोध होने के बावजूद सोमवार को सभी परिषदीय विद्यालय खुले। इसमें पहले दिन विद्यालयों में तैनात शिक्षक, शिक्षिकाएं, शिक्षामित्र, अनुदेशक सहित अन्य कर्मचारी विद्यालय पहुंचे। पहले दिन शिक्षकों ने करीब बीस दिन से बंद पड़े होने से विद्यालय परिसर में हुई गंदगी को साफ-सफाई कराई। कक्षा-कक्षों में साफ सफाई सहित अन्य कमियों को दुरुस्त कराया। इसके साथ विद्यालय में रहकर विभागीय कार्य को निपटाया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रणवीर सिंह ने बताया कि शासन के निर्देश के अनुसार सोमवार से स्कूल खुल गए हैं। शिक्षक व अन्य कर्मचारी विद्यालय पहुंचे और उन्होंने विभागीय कार्य किए। इसके साथ शिक्षक इस अवधि में छात्र नामांकन के लिए जनसंपर्क समेत अन्य कार्य करेंगे।
विद्यालयों में नामांकन बढ़ाने पर रहेगा जोर
विद्यालय पहुंचने वाले शिक्षक अब विद्यालयों में बच्चों का नामांकन बढ़ाने को लेकर जोर देंगे। इसके लिए शिक्षक अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर अभिभावकों को अपने बच्चों का नामांकन करवाने के लिए प्रेरित करेंगे। जिसमें वह विद्यालय की गठित समितियों के सदस्यों की मदद लेंगे।