श्रावस्ती। जिले में फर्जी शिक्षकों के पकड़े जाने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। 26 अगस्त 2016 को जारी किए गए 29 हजार 334 शिक्षक भर्ती मामले में चल रही जांच में जिले के 13 शिक्षक फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी करते पाए गए हैं। मंगलवार को बीएसए ने इन शिक्षकों को बर्खास्त कर एफआईआर दर्ज कराने का आदेश संबंधित बीईओ को दिया है।

प्रदेश में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठने के साथ ही शिक्षकों के अभिलेखों के सत्यापन का कार्य शुरू कर दिया गया था। बीएसए के निर्देश पर बीईओ हरिहरपुररानी अमित कुमार व जमुनहा सतीश कुमार की संयुक्त टीम ने जिले में नियुक्त शिक्षकों के अभिलेखों की जांच की। जांच में जिले के 13 शिक्षकों के अभिलेख फर्जी पाए गए। जांच रिपोर्ट के आधार पर बीएसए ने सभी 13 शिक्षकों को बर्खास्त कर उनके विरुद्ध केस दर्ज कराने का आदेश जारी किया है। बर्खास्त
अन्य की भी जांच जारी
सभी आरोपी शिक्षकों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के साथ ही केस दर्ज कराया जाएगा। साथ ही अन्य शिक्षकों की भी जांच हो रही है। – अजय कुमार, बीएसए
शिक्षकों में उच्च प्राथमिक विद्यालय धर्मपुर में तैनात सहायक अध्यापक जोगराज पाल, महरौली के राव आयेंद्र प्रकाश पियूष, पिपरहवा रंजीतपुर के अनुराग मिश्रा, गब्बापुर के प्रेम सिंह, तुरुस्मा के आशीष कुमार पांडेय, विंडोहवा के अजय कुमार, कोकल के कृष्ण गोपाल सिंह, कोदिया गांव के दीपक कुमार, धोबिहा के सौभाग्य पांडेय, भगवानपुर भैंसाही के पवन कुमार चतुर्वेदी, हरवंश पुर के फौरन सिंह, मल्हीपुर खुर्द के राजेश कुमार व लक्ष्मनपुर सेमरहनिया में तैनात भूपेंद्र बाबू का नाम शामिल है। यह सभी सहायक अध्यापक के पद पर तैनात हैं