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ब्यूरो चीफ/संवाददाता
दैनिक समाचार पत्र
*संयुक्त मोर्चा व अन्य संगठन के पदाधिकारियों ने बैठक कर 50 से कम छात्र संख्या के विद्यालयों के मर्जर पर एक सुर में जताया विरोध*
*आज दिनांक 21 जून 2025 को संयुक्त मोर्चा उ प्र व अन्य शिक्षक संगठन ने एक आभासी बैठक कर 50 से कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों को मर्ज कर बंद किए जाने पर विरोध दर्ज कराया*
*आभासी बैठक का संचालन कर रहे संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय सचिव दिलीप चौहान ने बताया कि सरकार ने बेसिक शिक्षा के ऐसे परिषदीय विद्यालय जहां 50 से कम छात्र संख्या है उनको बंद कर दूसरे विद्यालय में मर्ज करने का आदेश किया है ऐसे में वह बच्चे जो गरीब तबके से आते हैं जिनके पास विद्यालय तक आने जाने का कोई संसाधन तक नही है ऐसे बच्चे अपने घर के नजदीक विद्यालय से दूर के विद्यालय में जाकर किस तरह से शिक्षा ग्रहण करेंगे सरकार के इस फैसले से गरीब व अशिक्षित अभिभावकों/परिवार के बच्चो पर शिक्षा से वंचित रहने का खतरा उत्पन्न होने की पूरी संभावना है।*

*बैठक को सम्बोधित करते हुए जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष योगेश त्यागी ने कहा सरकार विद्यालयों को मर्ज कर आर टी आई एक्ट का उलंघन कर रही है इसे तत्काल प्रभाव से रोकना होगा।*
*प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष सुशील कुमार पांडे ने कहा विद्यालय को बंद कर पिछड़े क्षेत्रों के बच्चों को जरूरी शिक्षा से दूर रखने का जो कार्य सरकार द्वारा किया जा रहा है हम सब मिलकर इसका विरोध करते हैं यदि सरकार इस फैसले को वापस नही लेती तो हम सब मिलकर आन्दोलन के लिए बाध्य होंगे।*
*अटेवा के संस्थापक व प्रान्तीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने कहा सरकार विद्यालयों को बंद कर धीरे धीरे निजीकरण की तरफ अपने कदम बढ़ा रही है यह एक सोची समझी चाल है जिसे संगठन कतई बर्दाश्त नही करेगा।*
*विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन उ प्र के प्रांतीय अध्यक्ष संतोष तिवारी एवं उत्तर प्रदेश बीटीसी संघ के प्रांतीय अध्यक्ष अनिल यादव ने अपने संयुक्त बयान में कहा कि सरकार ने प्राथमिक विद्यालयों को एक किलोमीटर की मानक दूरी पर इसलिए ही खोला था जिससे नजदीकी गांव व मजरे के बच्चों को बिना किसी परेशानी से शिक्षित किया जा सके। ऐसे में विद्यालयों को मर्ज कर 50 से कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों बंद करना अध्यापकों और छात्रों के साथ घोर अन्याय है।*
*शिक्षा मित्र संगठन के प्रदेश अध्यक्ष शिव कुमार शुक्ला ने कहा कि ऐसे विद्यालय जहां छात्र संख्या कम है पहले वहां के अध्यापकों को संख्या बढ़ाने हेतु टारगेट देना चाहिए यदि फिर भी संख्या नही बढ़ती तब किसी अन्य विकल्प के बारे में सोचना चाहिए*
*एफ आर सी टी के संस्थापक महेंद्र कुमार वर्मा ने कहा विद्यालयों को बंद करने के निर्णय से रोजगार के अवसर बंद हो जाएगे*
*टी एस सी टी के संस्थापक विवेकानंद ने कहा विद्यालय के बंद और मर्ज होने से प्रदेश के बहुत से रसोइयों का रोजगार रोटी रोजी छिन जाएगी यह उन गरीब परिवारों के लिए बहुत बड़ा धक्का है।*
*इस अवसर पर एफ आर सी टी के संस्थापक महेंद्र कुमार वर्मा,टी एस सी टी के संस्थापक विवेकानंद,उत्तर प्रदेश बीटीसी संघ के प्रांतीय महा मंत्री संदीप दत्त, विशिष्ट की बरिष्ठ उपाध्यक्ष शालिनी मिश्रा, शिक्षा मित्र संघ के प्रदेश महामंत्री सुशील यादव, मीडिया प्रभारी विनीत सिंह आदि उपस्थित रहकर एक सुर में विरोध दर्ज कराया और कहा यदि सरकार जल्द ही अपने इस फैसले को वापस नही लेती तो संगठनों को एक मंच से आन्दोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।*