प्रतापगढ़। जनपद के 728 परिषदीय विद्यालयों में जल्द ताला लटकेगा। शासन के निर्देश पर 30 से कम छात्र संख्या वाले परिषदीय विद्यालयों को बंद कर दूसरे विद्यालय में समाहित किया जाएगा। बेसिक शिक्षा विभाग के कर्मचारी कम छात्र संख्या वाले परिषदीय विद्यालयों की सूची तैयार करने में जुटे हुए हैं।

वहीं, चिलबिला में रविवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने अपनी मांगों को लेकर सदर विधायक राजेंद्र मौर्या
को ज्ञापन सौंपा। शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि जिले में 3198 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। जिसमें से 728 परिषदीय विद्यालय ऐसे हैं, जिसमें बच्चों की
संख्या 30 से कम है।
विद्यालयों को संविलियन किए जाने को लेकर शिक्षकों में आक्रोश व्याप्त है। उप्र शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष सुशील मिश्र ने कहा कि
इस नीति से बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ेगा। जिन क्षेत्रों में विद्यालय बंद होंगे वहां के बच्चों को दूर जाकर पढ़ाई करनी पड़ेगी।
जिला मंत्री प्रफुल्ल सिंह ने बताया कि प्राथमिक विद्यालयों को बंद कर सरकार शिक्षकों के साथ अन्याय कर रही है। यह शिक्षा के अधिकार अधिनियम का उल्लंघन है। सरकार को अपना निर्णय वापस लेना चाहिए। बीएसए भूपेंद्र सिंह ने बताया कि शासन की मंशा के अनुरूप कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों की सूची तैयार कराई जा रही है। शासन की मंशा के अनुसार कार्यवाही की जाएगी।