● आवास और वाहन ऋण सस्ते हो सकते हैं
● नए ग्राहकों को कम ब्याज दरों पर कर्ज मिलेगा
● छोटे-मझोले उद्योगों और खुदरा क्षेत्र को ज्यादा लोन मिलेगा
● बाजार में तेजी आएगी और निवेश को बढ़ावा मिलेगा

● इससे रोजगार सृजन को भी बढ़ावा मिलेगा
नई दिल्ली, । भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को बड़ी राहत देते हुए रेपो दर में 0.5 प्रतिशत और नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में एक फीसदी की बड़ी कटौती का ऐलान किया।
रेपो रेट में कमी से आवास-वाहन ऋण समेत सभी तरह के कर्ज की दरें घट जाएंगी। खासतौर पर फ्लोटिंग रेट पर कर्ज लेने वालों की मासिक किस्त (ईएमआई) में कमी आएगी। सीआरआर कम होने से बैंकों के पास ज्यादा नकदी उपलब्ध होगी।
उम्मीद से अधिक कटौती : ताजा कटौती के बाद रेपो दर बीते तीन वर्ष के सबसे निचले स्तर पर आ गई है। आरबीआई फरवरी से रेपो दर तीन बार कम कर चुका है। फरवरी में रेपो दर 6.50 फीसदी से 6.25 प्रतिशत की गई। अप्रैल में 0.25% की कटौती की गई। इस बार आरबीआई ने उम्मीद से अधिक 0.50 फीसदी की कटौती की। अब रेपो रेट 5.50% पर आ गई है।
आरबीआई गर्वनर संजय मल्होत्रा ने कहा, नई दरें तत्काल लागू हो जाएंगी। मौजूदा हालात को देखते हुए रेपो दर में आगे और कमी की बहुत कम गुंजाइश है। जीडीपी वृद्धि अनुमान लगभग 6.5 प्रतिशत है और महंगाई दर इस साल 3.7 प्रतिशत और अगले वर्ष 4 फीसदी रहने का अनुमान है। भविष्य की मौद्रिक नीति आने वाले आंकड़ों पर निर्भर करेगी। ब्याज दर में कटौती का सकारात्मक असर आर्थिक वृद्धि पर पड़ेगा।
पीएनबी ने ब्याज दर घटाई : आरबीआई के रेपो दर घटाने के कुछ घंटे बाद पंजाब नेशनल बैंक ने ऋण दर में 0.50% की कमी कर दी। इससे मौजूदा और नए उधारकर्ताओं को राहत मिलेगी। ढाई लाख करोड़ P15
फ्लोटिंग दर वालों को मिलेगा ज्यादा लाभ
फ्लोटिंग दर पर ऋण लेने वालों को इस कटौती का लाभ होगा। खासकर जिनके ऋण बाहरी मानक आधारित ऋण दर से जुड़े हैं। फिक्सड दर वाले बैंक को कुछ शुल्क देकर अपना कर्ज फ्लोटिंग दर में बदल सकते हैं, जिससे ईएमआई घटेगी।