लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों में सामान्य तबादलों के लिए बृहस्पतिवार को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए। इसके अनुसार ज्यादा शिक्षक से कम शिक्षक वाले जिलों में अध्यापकों का तबादला होगा। इसका मुख्य उद्देश्य शिक्षक-छात्र अनुपात को बेहतर करना है। इसके लिए पहले इन दो तरह के जिलों की सूची जारी होगी, इसके बाद ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी।

बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से जारी निर्देश के अनुसार निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 (आरटीई) में तय छात्र-शिक्षक अनुपात पूरा करने के उद्देश्य से अंतर्जनपदीय स्थानांतरण (एक से दूसरे जिले में) आवश्यकता से अधिक शिक्षक वाले जिलों से
शिक्षक की आवश्यकता वाले जिलों में किया जाएगा। इसके लिए सेवा अवधि की कोई बाध्यता नहीं होगी।
परिषद के सचिव सुरेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि आवश्यकता से अधिक शिक्षक वाले चिह्नित जिलों में से शिक्षक द्वारा स्वेच्छा से आवश्यकता वाले जिलों का ऑनलाइन विकल्प वरीयता क्रम में लिया जाएगा। शिक्षक-शिक्षिका द्वारा पोर्टल पर दिख रहे जिलों में से कम से कम एक जिले का विकल्प देना अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा कि ऐसे
ऑनलाइन आवेदन, जिनमें विकल्प नहीं दिया जाएगा, वे स्वतः निरस्त माने जाएंगे।
बीएसए से सत्यापित ऑनलाइन आवेदनों को एनआईसी के सॉफ्टवेयर से कार्यरत जिले में वरिष्ठता के आधार पर वरीयता क्रम में दिए गए शिक्षक के ऑनलाइन विकल्पों के आधार पर तबादला किया जाएगा। तबादला ग्रामीण सेवा संवर्ग से ग्रामीण सेवा संवर्ग व नगर सेवा संवर्ग से नगर सेवा संवर्ग में किया जाएगा।
आवश्यकता से ज्यादा शिक्षक न आएंगे, न जाएंगे
सचिव के अनुसार जिले से तबादला होने वाले व जिले में तबादला होकर आने वाले शिक्षकों की संख्या वैकेंसी मैट्रिक्स (छात्र-शिक्षक अनुपात) से अधिक नहीं होगी। यानी जितने शिक्षक ज्यादा हैं और जितने की जरूरत है, उससे अधिक शिक्षकों का तबादला नहीं होगा। जिले में नियुक्ति की तिथि सामान होने पर अधिक आयु वाले शिक्षकों को वरीयता दी जाएगी। आयु सामान होने पर शिक्षकों के नाम के अंग्रेजी वर्णमाला के क्रम में एक से दूसरे जिले में तबादले का लाभ दिया जाएगा। बता दें, शिक्षक-छात्र अनुपात 1:30 का होता है।
प्रक्रिया में दस दिन का लगेगा समय
अधिक व कम शिक्षक वाले जिलों की सूची 6-7 जून तक ऑनलाइन होगी
शिक्षकों के ऑनलाइन आवेदन 9 से 12 जून तक होंगे
ऑनलाइन आवेदन की छायाप्रति बीएसए कार्यालय में 9 से 13 जून तक जमा होगी
बीएसए ऑनलाइन सत्यापन व डाटा लॉक 14 जून तक करेंगे
स्थानांतरित शिक्षकों की सूची जारी करते हुए कार्यमुक्त करने की प्रक्रिया 16 जून को होगी
प्रमुख जिलों में तबादले की उम्मीद कम
शिक्षकों की मानें तो लखनऊ, कानपुर नगर, कानपुर कानपुर देहात, मेरठ, गाजियाबाद जैसे प्रमुख जिलों में तबादले की उम्मीद कम है, जबकि यहां के शिक्षक दूसरे जिले में समायोजित किए जाएंगे। हमीरपुर, महोबा, बांदा, चित्रकूट, बहराइच, सीतापुर, श्रावस्ती जैसे जिलों में शिक्षकों को जाने का अवसर ज्यादा मिलेगा। यहां बाहर से शिक्षक आ सकेंगे। मान
जिलों के अंदर तबादले का 8 साल बाद भी इंतजार
बेसिक शिक्षा परिषद ने सामान्य तबादलों का आदेश तो जारी कर दिया है, लेकिन जिले के अंदर सामान्य तबादले के इच्छुक शिक्षकों को आठ साल बाद भी इंतजार करना होगा। जिले के अंदर सामान्य तबादले इससे पहले 2016 में किए गए थे। इसके बाद से शिक्षक इंतजार ही कर रहे हैं। एक से दूसरे जिले में सामान्य तबादले इससे पहले 2023 में भी हुए थे।