माध्यमिक स्कूलों के विद्यार्थी अब एक्सपोजर विजिट में उन्नत खेती की विधियों को देखेंगे। इसके तहत हाइड्रोपोनिक्स, ऑर्गेनिक फार्मिंग तथा ग्रीन हाउस फार्मिंग आदि का एक्स्पोज़र कराया जाएगा। माध्यमिक शिक्षा विभाग कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों को एक्सपोजर विजिट में भेजेगा।
समग्र शिक्षा के तहत माध्यमिक के विद्यार्थियों को प्रदेश के कृषि से जुड़े शैक्षणिक एवं शोध संस्थानों एवं उनके फार्मों (प्रक्षेत्र) के अलावा दूसरे राज्यों में स्थित राष्ट्रीय कृषि संस्थानों के साथ बड़े-बड़े सरकारी फार्म हाउसों का भ्रमण कराया जाएगा। इस दौरान विद्यार्थियों को इसरो, डीआरडीओ, आईसीएआर, अन्य राष्ट्रीय कृषि संस्थान, आईआईएम व आईआईटी आदि संस्थाओं का भी भ्रमण कराया जाएगा। कृषि उत्पादन आयुक्त एवं अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा दीपक कुमार ने बताया कि इससे बच्चों को जलवायु परिवर्तन की वजह से कृषि क्षेत्र के सामने आ रही नई-नई चुनौतियों के साथ-साथ इस क्षेत्र में तेजी से हो रहे परिवर्तन की जानकारी हासिल हो सकेगी। उन्हें सीखने के अवसर मिलेंगे।

भी प्राप्त होंगे। इसके अलावा बच्चे नए-नए बदलावों एवं उससे होने वाले
लाभ-हानि आदि की जानकारी हासिल कर उसे अपने घर, परिवार तथा समाज में बताएंगे। यह न सिर्फ सशक्त प्रसार का माध्यम बनेगा बल्कि दूसरों को प्रेरणा भी मिलेगी।
अन्य उच्च शिक्षण संस्थानों में भी जाएंगे विद्यार्थी
एक्सपोजर विजिट के दौरान विद्यार्थियों को इसरो, डीआरडीओ, राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान परिषद से जुड़े उच्च शिक्षण एवं शोध संस्थानों के अलावा आईआईएम, आईआईटी तथा कृषि विश्वविद्यायों एवं शोध संस्थानों की भी विजिट करेंगे।
माध्यमिक शिक्षा विभाग ने दी वित्तीय स्वीकृति
विद्यार्थियों की एक्सपोजर विजिट के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग ने प्रदेश के अंदर कृषि से जुड़े शैक्षणिक एवं शोध संस्थानों के भ्रमण के लिए प्रति छात्र ₹500 रुपये तथा प्रदेश के बाहर के संस्थानों के भ्रमण के लिए प्रति छात्र ₹5000 रुपये स्वीकृत किए हैं। यह ट्रेन, बस व अन्य माध्यमों से यात्रा, खान-पान एवं ठहरने आदि के मद में स्वीकृत किए गए हैं।