परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में नई शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर डीएलएड प्रशिक्षित और टीईटी/सीटीईटी पास अभ्यर्थियों का बेमियादी धरना बुधवार को आठवें दिन उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग पर जारी रहा। अभ्यर्थियों ने बुधवार को मुर्ग़ा बनकर प्रदर्शन किया और सरकार से भर्ती शुरू करने की गुहार लगाई। कान पकड़कर कहा कि गलती हो गई जो मास्टर बनने के लिए डीएलएड कोर्स कर लिया।

दावा किया कि परिषदीय विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के 181276 पद रिक्त हैं। आम आदमी पार्टी (आप) से राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने नई शिक्षक भर्ती का मुद्दा प्रमुखता से उठाया है। देश के सबसे युवा सांसद पुष्पेन्द्र सरोज ने भी भर्ती को लेकर मुद्दा उठाया है और भरोसा दिलाया है कि लोकसभा में अभ्यर्थियों की बात रखेंगे। कहा कि आयोग ने छह जून तक का समय मांगा था। अगर उनके आश्वासन पर कुछ नहीं होता तो छात्र फिर से छह जून को महाधरना देने को बाध्य होंगे। धरना देने वालों में रजत सिंह, अभिषेक तिवारी, विनय सिंह, रोहित तिवारी, विपुल यादव, मुकेश कुमार, सुनील यादव, राज मौर्य, नीरज सिंह, धर्मवीर मौर्या, शिवम धीमान, संदीप, दीपेश, सुनील यादव, पवन पांडेय आचार्य आदि शामिल रहे।
धरने में चंदे के धंधे पर घमासान शुरू
आयोग के बाहर चल रहे बेमियादी धरने में चंदे को लेकर घमासान शुरू हो गया है। एक अभ्यर्थी ने अपने फेसबुक एकाउंट पर पोस्ट किया है कि धरने से उसके लौटने के बाद कोचिंगों, छात्रों से चंदा जुटाया जा रहा है जबकि खाने और पानी की व्यवस्था नि:शुल्क कोचिंगों से हो रही है। उसने चेतावनी दी है कि कोचिंगों और छात्रों से जो रुपये लिए हैं उसका हिसाब स्पष्ट करे