अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक को शिक्षकों ने पत्र के माध्यम से समस्या से कराया अवगत, शिक्षकों ने कहा- दूरभाष पर भी नहीं हो रही है सुनवाई
प्रयागराज। प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों और अध्यापकों के लिए 10 जून से ऑनलाइन स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू की गई है।

लेकिन, आवेदन के दौरान वेबसाइट पर आ रही तकनीकी खामियों की वजह से शिक्षकों को परेशानी हो रही है। अधिकांश शिक्षकों का फोन नंबर और ईएचआरएमएस कोड अवैध दिख रहा है। शिक्षकों ने अपर शिक्षा निदेशक को पत्र लिखकर खामी दूर करने की मांग की है।
25 से अधिक शिक्षकों द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया कि आवेदन करते समय उनका ईएचआरएमएस कोड और मोबाइल नंबर सही भरने के बाद भी अवैध प्रदर्शित हो रहा है।
जौनपुर में कार्यरत एक शिक्षक ने ट्रांसफर साइट पर कैटेगरी गलत होने के संबंध में, हरदोई के पुरसौली में कार्यरत एक शिक्षक का चयनित वर्ग सही नहीं दिखने के संबंध में पत्र लिखा है।
शिक्षकों ने कहा कि विभाग द्वारा
दिए गए मोबाइल नंबरों पर फोन करने और व्हाट्सएप पर मैसेज करने पर भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। जिसके बाद शिक्षकों ने मेल आईडी पर पत्र भेजे हैं, लेकिन वहां भी अभी तक समाधान नहीं हुआ।
यूपी माध्यमिक शिक्षक संघ ने भी पत्र के जरिये की शिकायत
प्रदेश के शिक्षकों की समस्या को देखते हुए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने शिक्षा निदेशक माध्यमिक और अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक से वेबसाइट की तकनीकी खामियों को दूर कराने की मांग की है।
संघ के प्रदेश महामंत्री लालमणि द्विवेदी ने कहा कि शिक्षकों की समस्या को देखते हुए छह बिंदुओं पर पत्र के जरिये अफसरों को अवगत कराया गया है। तकनीकी खामी आने के वजह से हजारों शिक्षक ऑनलाइन स्थानांतरण के लिए आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। शिक्षकों का डाटा फीड करने के संबंध में विद्यालय व कार्यालय स्तर पर लापरवाही की गई है। जिसका खामियाजा शिक्षक भुगत रहे हैं।