लखनऊः प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में जहां बच्चों की गर्मी की छुट्टियां 30 जून तक रहेंगी, वहीं, 16 जून से स्कूल आ रहे शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को अब पूरा काम मिल गया है। उन्हें सबसे पहले स्कूलों का ‘पेयरिंग प्लान’ तैयार करना है। इसके तहत उन विद्यालयों को आपस में जोड़ा जाना है, जहां छात्रों की संख्या कम है, जिससे संसाधनों का बेहतर उपयोग हो सके। इसके साथ ही पैरेंट्स टीचर मीटिंग (पीटीएम) आयोजित कर अभिभावकों को नामांकन से जुड़ी जानकारियां और स्कूल की अन्य गतिविधियों की जानकारी देंगे। इसके अलावा छुट्टियों के दौरान शिक्षक स्कूलों को पूरी तरह व्यवस्थित करेंगे ताकि एक जुलाई से शुरू होने वाली कक्षाओं में बच्चों को बेहतर माहौल मिल सके और

शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार हो। महानिदेशक स्कूल शिक्षा की ओर से शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों, खंड शिक्षा अधिकारियों, डायट और जिला शिक्षा अधिकारियों के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना और
क्रियान्वयन गाइडलाइन भी जारी की गई है, जिसे तय समय सीमा में पूरा करना अनिवार्य है। इसमें शिक्षकों को यू-डायस पोर्टल पर स्कूल, शिक्षक, छात्र और संसाधनों से जुड़ी जानकारी अपडेट करनी होगी। स्कूलों में चल रहे ईको क्लब से संबंधित सूचनाएं भी आनलाइन दर्ज की जाएंगी। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) योजना के तहत प्रेरणा पोर्टल पर छात्रों का आधार सत्यापन जल्द से जल्द पूरा करना अनिवार्य किया गया है। जिन बच्चों का अब तक आधार नामांकन नहीं हुआ है, उनका नामांकन प्राथमिकता पर कराने के निर्देश दिए गए हैं। इसी तरह, पिछले शैक्षिक सत्र में बाल वाटिकाओं में पढ़े बच्चों की सूची तैयार करने का कार्य भी इसी अवधि में पूरा करना है।