कानपुर देहात,
सरकारी स्कूलों के शिक्षक अफसरों के निरीक्षण के दौरान अक्सर स्कूली काम से बैंक सहित अन्य स्थानों पर जाने की बात पत्र व्यवहार में दर्ज कर गायब रहते है।
विभाग की लाख कोशिशों के बाद भी शिक्षक स्कूल समय में स्कूली काम का बहाना बना पठन-पाठन से दूर रहते है। विभाग ने बैंक से जुड़े कामों को स्कूल में रहकर करने की तकनीकि लागू की है।
विद्यालय प्रबंध समिति के बैंक खातों में स्कूल के रख-रखाव सहित अन्य मदों के लिए धनराशि भेजी जाती है। बीते शैक्षिक सत्र से विद्यालय अनुदान निधि के लिए लिमिट तय करने के साथ भुगतान के लिए पीएफएमएस पोर्टल का संचालन शुरु किया गया था।
धन भेजने के लिए शिक्षकों को पीपीए जनरेट करने के लिए भौतिक रुप से बैंक जाना पड़ता था। विभाग ने इसी सत्र से विद्यालय विकास निधि खाता संचालन के लिए बैंक जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी। पीएफएमएस पोर्टल को अब केंद्रीय प्रायोजक स्कीम से जोड़ने के बाद हितधारकों को ऑनलाइन व नेट बैकिंग की सुविधा मिलेगी। इससे समय की बचत होने के साथ शिक्षकों को स्कूल समय में बैंक जाने की जरुरत नहीं होगी।