कानपुर। :सिविल सर्विसेज परीक्षाओं की तैयारी कराने वाली शिक्षिका की तहरीर पर नौबस्ता थाने में तीन आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की है। वहीं पुलिस कमिश्नर के मुताबिक केस क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर आरोपितों तक पहुंचने का प्रयास किया जाएगा। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने 13 अप्रैल को प्रमुखता से इस खबर को प्रकाशित किया था। इसके बाद पुलिस कमिश्नर ने मामले में संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए थे।हंसपुरम निवासी शिक्षिका खुशबू चतुर्वेदी दिल्ली में एक निजी इंस्टीट्यूट में प्रतियोगी छात्र-छात्राओं को पढ़ाती हैं। उनके पैन और आधार कार्ड का इस्तेमाल कर साइबर ठगों ने मुरादाबाद और फिर जयपुर में लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर लाखों की ठगी को अंजाम दिया। मुरादाबाद की जिगर थाना पुलिस ने सन 2020 में इसी से जुड़े एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया था, जिसमें एक दर्जन लोग गिरफ्तार हुए थे। उस मामले में पुलिस ने शिक्षिका को क्लीनचिट दी थी। इसके बाद जयपुर में कोर्ट के आदेश पर कारोबारी ने विद्याधर नगर थाने में शिक्षिका समेत अन्य के खिलाफ नौ लाख हड़पने की रिपोर्ट दर्ज करा दी। साइबर ठगों ने खुशबू का पैन और आधार कार्ड उनके पिता को भी पॉलिसी का झांसा देने के बाद हथिया लिया था। उन्हीं की आईडी का इस्तेमाल कर अंजली नाम की साइबर ठग ने खुद को खुशबू चतुर्वेदी बताकर अन्य लोगों के साथ ठगी को अंजाम दिया।
*इन पर दर्ज हुई रिपोर्ट*
इंस्पेक्टर नौबस्ता संजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि पीड़िता की तहरीर पर अंजली, अभिषेक भाटिया और राजीव सक्सेना के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। इंस्पेक्टर ने बताया कि मामले की विवेचना एसआई गौरव शौल्य को सौंपी गई है।
शिक्षिका की आईडी के गलत इस्तेमाल होने की जानकारी मिली थी। नौबस्ता थाने को रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश दिए गए थे। इस मामले को क्राइम ब्रांच ट्रांसफर किया जाएगा। पुलिस जल्द ही इस गिरोह का भंडाफोड़ करेगी।
– बीपी जोगदंड, पुलिस कमिश्नर