जरवलरोड, होनी को कौन टाल सकता है। इसे विधि का विधान कहें या समय का चक्र, हमेशा साझे की कार से स्कूल आने-जाने वाले शिक्षकों ने मौत के दिन बाइक से विद्यालय जाने का प्लान कर लिया। उन्हें क्या मालूम था कि बाइक का सफर उनके लिए हमेशा के लिए अंतिम सफर होगा।
बाराबंकी जिले के कोटवा इनायतपुर निवासी शिक्षक रोहित कुमार वर्मा पुत्र शिव शंकर जिले के हजूरपुर ब्लाक में सहायक शिक्षक के पद पर तैनात थे। जबकि बाराबंकी की ही रहने वाली क्षमा रानी पुत्री राजकुमार जरवल ब्लॉक बिराहिमपुर में प्रधान शिक्षिका के पद पर तैनात थीं। साथी शिक्षकों के अनुसार दोनों शिक्षक हमेशा साझे की वैन से विद्यालय आते-जाते थे।
गुरुवार को इन दोनों ने बाइक से विद्यालय जाने का मन बना लिया। विद्यालय से लौटते समय जरवलरोड थाने के मुस्तफाबाद चुरई पुरवा के निकट तेज रफ्तार अनियंत्रित जाइलो कार की चपेट में आने से दोनों की दर्दनाक मौत हो गई। मौत का मंजर ऐसा था की हर कोई कांप उठा । प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार टक्कर लगने के बाद बाइक सवार दोनों शिक्षक मुख्य मार्ग से करीब 30 फुट ऊपर उछाल लेते हुए एक पेड़ की टहनी में जाकर लटक गए। कुछ ही सेकेंड के बाद पेड़ की टहनी तोड़ते हुए नीचे गिरने से महिला व पुरुष शिक्षकों की दर्दनाक मौत हो गई। कार व बाइक के परखच्चे उड़ने से सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है, कि यह टक्कर कितनी भीषण रही होगी।
इस हादसे में कैसरगंज थाने के गोड़हिया नंबर एक के मजरे शीतल पुरवा के रहने वाले लोग बुधवार को जाइलो पर सवार गोंडा जिले के परसपुर में आयोजित एक बरात से लौट रहे थे। जोरदार टक्कर से जाइलो में सवार पिता-पुत्र की भी दर्दनाक मौत हो गई। जबकि पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए जिसमें दो लोग ट्रामा सेंटर लखनऊ में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं
हादसे की जानकारी मिलते ही एसडीएम कैसरगंज महेश कुमार कैथल , एसएचओ सीओ कैसरगंज कमलेश कुमार सिंह, राजेश कुमार सिंह पुलिस बल के साथ पहुंचे। उन्होंने मौके का जायजा लिया। वह सीएचसी भी पहुंचे । एसपी प्रशांत वर्मा ने घटना स्थल पर पहुंचकर स्थित का जायजा लिया।