लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में तैनात शिक्षकों की समस्याएं कम नहीं हो रही हैं। एक तरफ तो विभाग जिले के अंदर तबादले की प्रक्रिया नहीं शुरू कर रहा है। वहीं विभाग पूर्व में जारी आदेश के अनुसार जिले के अंदर पारस्परिक तबादले की भी प्रक्रिया शुरू नहीं कर सका है, जबकि इसे गर्मी व जाड़े की छुट्टियों में पूरा किया जाना था। इसे लेकर शिक्षकों में काफी नाराजगी है।
जनवरी में शासन की ओर से जारी निर्देश में कहा गया कि बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों का जिले के अंदर पारस्परिक तबादला किया जाएगा। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन कभी भी किए जा सकेंगे। किंतु तबादले साल में दो बार गर्मी व जाड़े की छुट्टी के दौरान ही किए जाएंगे। इसके लिए डायट प्राचार्य की अध्यक्षता वाली कमेटी होगी। इसमें डीआईओएस, बीएसए व वित्त एवं लेखाधिकारी भी होंगे।
शासन अपने ही आदेश का समय से पालन नहीं करा पा रहा है। विभागीय अधिकारी जान-बूझकर शिक्षकों की समस्याओं को हल करने की जगह उलझा रहे हैं। एक दशक बाद जिले के अंदर तबादला प्रक्रिया होने जा रही थी, लेकिन वह विभागीय उदासीनता का शिकार हो गई। कम से कम परस्पर ट्रांसफर की प्रक्रिया पूरी की जाए। – अनिल यादव, प्रदेश अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ