बुलंदशहर। निपुण भारत मिशन के तहत जिले के 500 परिषदीय विद्यालयों को 15 अगस्त तक निपुण बनाया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी ब्लाॅक स्तर पर तैनात एकेडमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) और विद्यालय शिक्षक संकुल को सौंपी गई है। जो विद्यालयों में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां कराएंगे। बीएसए ने डीएम सीपी सिंह के निर्देश पर सभी बीईओ, एआरपी, शिक्षक संकुल और प्रधानाध्यापकों को पत्र जारी कर दिया है।
बेसिक शिक्षा विभाग से संचालित परिषदीय विद्यालयों में कक्षा एक से तीन तक के विद्यार्थियों में शैक्षिक गुणवत्ता और शैक्षिक वातावरण में सुधार के लिए निपुण भारत मिशन के तहत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। निपुण भारत का लक्ष्य 2025-26 तक पूरा किया जाना है, ताकि आम नागरिकों और अन्य शिक्षकों के समक्ष आदर्श उदाहरण प्रस्तुत किया जा सके। निपुण लक्ष्य को पूरा करने के लिए शासन ने ब्लाक स्तर पर तैनात 65 एकेडमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) को अपने क्षेत्र के 10 विद्यालयों का चयन कर 15 अगस्त तक तय मानकों के अनुसार निपुण विद्यालय के रूप में विकसित करने की जिम्मेदारी दी है। इसी तरह 154 विद्यालय शिक्षक संकुल को भी 10-10 स्कूलों को निपुण बनाने का लक्ष्य दिया गया है।
चयनित विद्यालयों में एआरपी और विद्यालय शिक्षक संकुल को कक्षा तीन तक के सभी विद्यार्थियों को कक्षा के अनुसार भाषा व गणित विषयों के लिए शिक्षण योजना के अनुसार कक्षाओं में शिक्षण कार्य कराएंगे। रोजाना विद्यार्थियों के साथ एक गतिविधि अवश्य करानी होगी। कक्षा का वातावरण सुधारने और आकर्षक बनाने के लिए प्राथमिक विद्यालयों के लिए उपलब्ध कराई गई शैक्षणिक सामग्री आधारशिला क्रियान्वयन संदर्शिका, प्रिंटरिच सामग्री, पुस्तकालय की पुस्तकें, निपुण लक्ष्य तालिका, गणित किट, ब्लूटुुथ इनबिल्ड स्पीकर व खेल सामग्री आदि का इस्तेमाल करने के लिए शिक्षकों को प्रेरित किया जाएगा। घर पर सीखने की प्रक्रिया को नियमित व प्रभावी बनाने के लिए अभ्यास कार्य व गृह कार्य पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। विद्यार्थियों और अभिभावकों को दीक्षा व एलांग एप का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
बीएसए बीके शर्मा ने कहा कि प्रत्येक एआरपी व विद्यालय शिक्षक संकुल को अपने क्षेत्र के दस विद्यालयों को चयनित कर 15 अगस्त तक निपुण विद्यालय के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए हैं। 500 विद्यालयों को हर हाल में 15 अगस्त तक निपुण बनाना होगा।