प्रतापगढ़, । सफाईकर्मी की पीसीएस बीवी आज सोशल मीडिया पर अत्यधिक ट्रोल होने के साथ बहस का भी विषय बनी है। जबकि ऐसा पहले से ही होता रहा है। यहां तो सिर्फ प्राइमरी टीचर बनने के बाद महिलाओं ने अपने पति को छोड़ दिया।
प्रेम विवाह करने वाली युवती ने भी पति पर आरोपों की बौछार करते हुए एफआईआर तक दर्ज करा दी। महिला सहायता प्रकोष्ठ की काउंसिलिंग भी उन्हें नहीं बदल सकी और वे पति से अलग हो गईं।
रहती थी किराए पर कर ली शादी
अंतू इलाके की एक युवती बीटीसी करने के दौरान मदाफरपुर बाजार में एक व्यापारी के घर किराए पर रहने लगी। व्यापारी के बेटे से उसका प्रेम हो गया। परिवार वालों की मर्जी से दोनों की शादी हो गई। युवती प्राइमरी टीचर बन गई और करीब के ही स्कूल में तैनाती मिल गई। कुछ दिन बाद उसका बेरोजगार पति उसे अखरने लगा। कई बार विवाद हुआ। युवती पति के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज कराकर अपने मायके में रहने लगी।
बेटा होने के बाद भी पति से किया किनारा
बेटा पैदा होने के बाद शिक्षिका बनी एक युवती ने बेरोजगार पति से किनारा कर लिया। परिवार, रिश्तेदारों के तमाम प्रयास के बाद भी शिक्षिका नहीं मानी। शहर के मीराभवन के पास का रहने वाला पति फरियाद लेकर महिला सहायता प्रकोष्ठ पहुंचा तो शिक्षिका को भी बुलाया गया। कई दिन काउंसिलिंग के बाद भी शिक्षिका पति के साथ रहने को तैयार नहीं हुई।
रोता रहा पिता व भाई, नहीं मानी शिक्षिका
बलिया के प्राइमरी शिक्षक से शादी करने वाली अंतू की युवती तीन साल तक उसके साथ रही। उसे एक बेटा भी हुआ। बाद में युवती भी प्राइमरी टीचर बन गई और जिले में तैनाती मिली तो पति ने उसके लिए शहर में भंगवा चुंगी के पास आवास किराए पर ले लिया। इस दौरान वह सहकर्मी शिक्षक के करीब हो गई। पति को जानकारी हुई तो उसने साथ रहने से इनकार कर दिया। पति ने महिला सहायता प्रकोष्ठ में गुहार लगाई तो शिक्षिका के साथ ही उसके पिता और भाई भी पहुंचे। काउंसिलिंग के दौरान पिता और भाई रोते रहे लेकिन वह पति के साथ रहने को राजी नहीं हुई और अलग हो गई।
महिला सहायता प्रकोष्ठ में शादी के बाद शिक्षिका बनीं दो महिलाओं के मामले सामने आए थे। दोनों मामले पति ही लेकर आए थे। एक के तो पिता और भाई चाहते थे कि वह जिससे शादी हुई है उसके साथ रहे लेकिन युवती तैयार नहीं हुई। आज बदलते परिवेश में लोग सामाजिक तानेबाने की अनदेखी करने लगे हैं। प्रो. पीयूषकांत शर्मा, काउंसलर महिला सहायता प्रकोष्ठ