हवा में नमी घटी तो तपिश और सताएगी
एनसीईपी के अनुसार, दुनिया का औसत तापमान 12 से 17 डिग्री के बीच रहता है। बीते दो दशकों से इसमें वृद्धि हो रही है। अगस्त अंत तक औसत तापमान में और तेजी आने के आसार हैं। हवा में नमी का स्तर घटने से गर्मी और अधिक घातक हो सकती है।
- बारिश में कमी के चलते भी गर्मी तेजी से बढ़ी
वाशिंगटन, एजेंसी। दुनियाभर में गर्मी ने नया रिकॉर्ड बनाया है। अमेरिका के सेंटर फॉर एनवार्यमेंटल प्रीडिक्शन (एनसीईपी) के अनुसार, तीन जुलाई, सोमवार को दुनिया सबसे अधिक गर्म रही। इस दिन औसत तापमान 17.01 डिग्री दर्ज किया गया। इस बार रिकॉर्ड टूटने का ही नतीजा है कि अमेरिका से लेकर यूरोप और एशिया समेत दुनिया के हर कोने में तपिश बढ़ी है।
एनसीईपी के आंकड़ों के आधार पर यूनिवर्सिटी ऑफ मेन के मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि अगस्त, 2016 में भी औसत तापमान 16.92 डिग्री रहा था। दुनिया का औसत तापमान 12 से 17 डिग्री के भीतर रहता है लेकिन इस बार यह रिकॉर्ड टूट गया है। वर्ष 2016 से 2022 के बीच छह साल में दो बार दुनिया का औसत तापमान 16.92 डिग्री दर्ज हुआ है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण प्रायद्वीप भारत में भी गर्मी से हाल बेहाल है। जून में इस क्षेत्र में औसत अधिकतम तापमान 34.05 डिग्री रहा जो वर्ष 1901 के बाद सबसे अधिक है।