राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि एनईपी-2020 में केजी से पीजी तक के सभी विद्यार्थियों के लिए रूचिपूर्ण शिक्षा की बेहतर व्यवस्था है। इसलिए बच्चे की प्रतिभा को ध्यान में रखकर उसी दिशा में अग्रसर होने को प्रेरित करना है।
शिया पीजी कॉलेज में गुरुवार को मुख्य अतिथि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कला संकाय के लिए नवनिर्मित भवन ‘इमाम अली रजा’ का उद्धाटन किया। स्मारिका का विमोचन किया और पौधारोपण भी किया।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि जब हम एक बेटी को पढ़ाते हैं तब हमारी सात पीढ़ियां शिक्षित हो जाती हैं। पहले बालिकाओं की शिक्षा के बारे में कोई सोचता ही नहीं था। लेकिन आज हमारी बालिकाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और समाज में बेटियों के प्रति लोगों का नजरिया भी बदला है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि जब हम पढ़ाई कर रहे थे तब बालिकाओं की शिक्षा के लिए गांव में शिक्षा का प्रबन्ध नहीं था। हमें काफी दूर चल कर स्कूल जाना पड़ता था। तब भी हम सभी भाई-बहनों ने शिक्षा ग्रहण की। इस अवसर पर ऑल इण्डिया पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव मौलाना यासूब अब्बास, मजलिस-ए-उलेमा के अध्यक्ष मौलाना हमीदुल हसन समेत अन्य मौजूद रहे।
शिक्षा का स्वर्णकाल
एलयू कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने कहा कि इस समय आजादी के अमृतकाल के साथ-साथ शिक्षा का भी स्वर्णकाल चल रहा है। उन्होंने कहा कि कुलाधिपति के नेतृत्व एवं कुशल मार्गदर्शन से प्रदेश के कई विश्वविद्यालय नैक मूल्यांकन में उत्कृष्ट ग्रेड प्राप्त कर रहे हैं।
नए भवन में 16 कमरे
शिया पीजी कॉलेज में जानकारी के अनुसार नवनिर्मित भवन में 16 कमरे हैं। जिसमें 1500 से अधिक छात्र अध्ययन कर सकेंगे। बता दें कि इस अवसर पर कार्यक्रम में शिया पीजी कॉलेज के प्रबन्धक एस अब्बास मुर्तजा शम्सी ने महाविद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत की।