लखनऊ, । युवाओं की हौसला अफजाई करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यूपी के युवाओं को रोजगार के लिए कहीं भटकने की जरूरत नहीं है। आज प्रदेश दूसरे राज्यों के युवाओं को रोजगार देने की क्षमता रखता है। राज्य में 36 लाख करोड़ के निजी निवेश के जरिए युवाओं के लिए एक करोड़ नौकरियों का इंतजाम होगा।
मुख्यमंत्री ने यह बातें शनिवार को लोकभवन में 400 नवचयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि सरकार रोजगार के सृजन की दिशा में नए कदम आगे बढ़ाते हुए 18 और 20 को नियुक्ति पत्र वितरण का कार्यक्रम करेगी। राज्य के माहौल को युवाओं के लिए अनुकूल बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी नौकरी देने के लिए ग्रुप टू और थ्री के नॉन गजटेड पदों में इंटरव्यू की प्रक्रिया को समाप्त किया गया है, जो सरकार के हर युवा को नौकरी उपलब्ध कराने के दृढ़ संकल्प को दर्शाता है।
युवाओं को दूसरे राज्यों में भटकना नहीं पड़ रहामुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश के युवाओं को रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में नहीं भटकना पड़ रहा है। छह वर्षों में छह लाख शासकीय नियुक्तियां दी गई हैं। इन नियुक्तियों की प्रक्रिया में कोई प्रश्न खड़ा नहीं कर पाया।
2017 से पहले युवाओं में हताशा थी सीएम ने कहा कि 2017 से पहले युवाओं ने नौकरी समेत व्यवस्थाओं में भेदभाव, भाई-भतीजावाद और जातिवाद के दंश को झेला होगा। ऐसे में उन्हे बाहर जाने के लिए मजबूर होना पड़ता था। वहीं आज प्रदेश का युवा देश में कहीं भी जाए उसका लोग पलक बिछाए स्वागत और सम्मान करते हैं। सीएम योगी ने कहा कि एमएसएमई सेक्टर ने कोरोना काल खंड में इसी सेक्टर ने दूसरे राज्यों से आए करीब 40 लाख कामगार और श्रमिकों को रोजगार दिया। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद, आशीष पटेल, राजस्व परिषद के अध्यक्ष संजय मित्तल, अपर मुख्य सचिव प्राविधिक शिक्षा कल्पना अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व सुधीर गर्ग, प्रमुख सचिव लोनिवि अजय चौहान रहे।
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