उमस भरी भीषण गर्मी में गश खाकर गिरे स्कूल के बच्चे
लखनऊ, । उमस भरी भीषण गर्मी प्राइमरी स्कूलों के बच्चों की सेहत पर भारी पड़ रही है। शुक्रवार को काकोरी के एक प्राइमरी स्कूल में पढ़ाई कर रहे दो बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। गर्मी में पसीने से तरबतर बच्चों में उल्टी, दस्त और पेट दर्द के साथ ही शरीर पर दाने और घमोरी की शिकायत सामने आई है। बचाव के लिए ये बच्चे कापी किताबों से हवा कर पढ़ाई कर रहे हैं। शिक्षक संगठनों ने डीएम व बीएसए को पत्र भेजकर स्कूल का समय बदलने की गुहार लगाई है।
काकोरी के सरोसा भरोसा के प्राइमरी स्कूल में शुक्रवार दोपहर दो बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। गश खाकर गिर गए। पसीने से तरबतर बच्चों ने पेट दर्द और दस्त की शिकायत शिक्षकों से की। शिक्षकों ने ओआरएस पिलाया और अभिभावकों को बुलाकर बच्चों को घर भेज दिया। छोटे-छोटे कमरों में गर्मी से पसीने से तरबतर 50 से अधिक बच्चे दोपहर दो बजे तक बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं। बिजली न आने से स्कूलों में लगे पंखे नहीं चल पा रहे हैं।
गर्मी से घट गए बच्चे मोहनलालगंज के प्राइमरी स्कूल के शिक्षक ने बताया कि गर्मी से कई बच्चों की तबीयत बिगड़ गई थी। इस से कई अभिभावक बच्चों स्कूल नहीं भेज रहे हैं। बच्चों की संख्या कम हो गई है।
स्कूल का समय बदलने की मांग शिक्षक संगठनों ने डीएम, सीडीओ और बीएसए को भेजे पत्र में प्राइमरी स्कूलों का समय बदलने की गुहार लगाई है। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुधांशु मोहन और मंत्री वीरेन्द्र सिंह का कहना है कि प्राइमरी व जूनियर के बच्चों की पढ़ाई दोपहर दो बजे तक हो रही है।ग्रामीण इलाकों में बिजली की कटौती की वजह से स्कूलों में लगे पंखे भी नहीं चल रहे हैं। शिक्षक नेताओं का कहना है कि माध्यमिक स्कूलों का समय सुबह 730 से दोपहर 1230 तक है। ऐसे में प्राइमरी स्कूलों का समय भी दोपहर 1230 तक किए जाने की मांग की है।