स्कूलों में बिजली कनेक्शन नहीं,बच्चे हो रहे बेहाल
बिना बिजली कनेक्शन के प्राइमरी विद्यालय गढ़ी।
स्कूलों में बिजली कनेक्शन नहीं,बच्चे हो रहे बेहाल
क्या बोले खंड शिक्षा अधिकारी
खंड शिक्षा अधिकारी महराजगंज राममिलन यादव ने बताया कि क्षेत्र के डेढ़ दर्जन परिषदीय विद्यालय ऐसे हैं जिनमें अभी तक बिजली कनेक्शन नहीं हुआ है। इसकी वजह स्कूल से खंभे की दूरी 40 मीटर से अधिक है। इन स्कूलों में कनेक्शन के लिए बिजली विभाग से स्टीमीट बनवाकर शासन से धनराशि की मांग की गई है।
मामले में अधिशाषी अभियंता बोले
अधिशाषी अभियंता विद्युत वितरण खण्ड ओपी सिंह ने बताया कि विद्युत लाइन से 40 मीटर की परिधि में आने वाले सभी स्कूलों में कनेक्शन करा दिया गया है। जहां तार और खंभे की जरूरत है, वहां के लिए विभाग को स्टीमेट बनाकर भेजा गया है। स्टीमीट पास होने के बाद शेष बचे विद्यालयों में बिजली कनेक्शन करा दिया जाएगा।
शासन के दिशा निर्देशों को दरकिनार कर रहा विभाग, क्षेत्र के 149 में से 17 विद्यालयों में नहीं है कनेक्शन, 1600 गर्मी में कर रहें पढ़ाई
● अजय कुमार श्रीवास्तव
महराजगंज। जिम्मेदारों की लापरवाही से क्षेत्र के डेढ़ दर्जन परिषदीय विद्यालयों में बिजली का कनेक्शन न होने से नये शिक्षा सत्र में भी इन विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों व शिक्षकों को भीषण गर्मी में पसीना बहाना पड़ रहा है।
शासन द्वारा परिषदीय विद्यालयों का जहां ग्राम पंचायत से काया-कल्प कराया जा रहा वहीं सरकार कान्वेंट स्कूलों की तर्ज पर पीएम श्री योजना के तहत अपडेट करा रही है। लेकिन दो विभागों की खींचातानी से क्षेत्र में सरकार की कायाकल्प व पीएम श्री योजना मूर्तरुप लेती नजर नही आ रही है। विकास खण्ड क्षेत्र में प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक सहित कुल 149 परिषदीय विद्यालय हैं। जिनमे प्राथमिक विद्यालय पूरे ज्वाला, पूरे फेरु, अनवर गंज, गढ़ी, बरीबरा, आलिमगंज, बंधवापार, भदिहा, मोहनगंज, पूरे कूमेदान, ऐलहना, जुनिहा, कुशलगंज, गढ़ी अतरेहटा, उच्च प्राथमिक विद्यालय सिरसा, ओई, सहित 17 परिषदीय स्कूलों में अब तक बिजली का कनेक्शन नहीं है। जबकि वर्ष 2009 की चार अगस्त को शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से परिषदीय विद्यालयों में सभी सुविधाओं को बहाल करने का दावा किया गया जा रहा है। सरकार द्वारा वर्ष 2018 में आपरेशन कायाकल्प योजना लागू करते हुए ग्राम पंचायतों, नगर निकाय व अन्य के जरिए परिषदीय विद्यालयों का कायाकल्प करा रही हैं।
केंद्र सरकार ने वर्ष 2022की पांच सितंबर को टीचर्स डे पर परिषदीय विद्यालयों की हालत सुधारने के लिए पीएम श्री योजना की घोषणा की थी। इस योजना के तहत विद्यालयों को अपग्रेड कर स्मार्ट और आधुनिक विद्यालय में बदलना है।