बुलंदशहर : अंतरजनपदीय तबादले के बाद जिले में पहुंचे महिला-पुरुष शिक्षकों के स्कूल आवंटन की प्रक्रिया, शुरू नहीं – हो सकी है। ऐसे में जिले में पहुंचे लगभग 300 से अधिक इन शिक्षकों को अस्थाई तौर पर नगरीय क्षेत्रों के परिषदीय स्कूलों में पढ़ाने के लिए भेजा गया था। यह व्यवस्था इनमें से अधिकतर शिक्षकों को रास नहीं आई। उन्होंने स्कूलों में जाने से मना कर दिया। ऐसे में बीएसए ने अब कार्यालय में ही इनकी उपस्थिति दर्ज कराने की व्यवस्था की है।
बीएसए कार्यालय पर मौजूद शिक्षकों ने बुधवार को बताया कि अंतर जनपदीय तबादले के बाद जिले में लगभग 300 से अधिक शिक्षक पहुंचे हैं। गृह जिला जाने की आस इस तबादले से भी पूरी नहीं हो सकी है। लगभग एक माह पहले बुलंदशहर आने के बाद अभी तक स्कूल आवंटित नहीं हो सके हैं। इससे वेतन नहीं मिल पा रहा है। शासन स्तर से स्कूल आवंटन की प्रक्रिया शुरू होने तक विभाग ने अस्थाई तौर पर पढ़ाने को परिषदीय स्कूलों में भेजा था। इससे मुश्किल और बढ़ गई हैं। क्योंकि रहने के लिए कमरा लेना पड़ेगा। स्कूल आवंटन की प्रक्रिया शुरू होने पर अन्यत्र स्कूलों में तैनाती मिलेगी। ऐसे में फिर कमरा बदलना पड़ेगा। इसलिए बीएसए कार्यालय पर ही हाजिरी लगाने की मांग की थी।
अंतर जनपदीय तबादले के बाद जिले में पहुंचे शिक्षकों को नगर क्षेत्रों के स्कूलों में अस्थाई तौर पर पढ़ाने के लिए भेजा गया। इनमें से जिन्होंने मना कि वह जिला मुख्यालय पर रहेंगे, यहीं उनकी उपस्थिति दर्ज कराई जाएगी। स्कूल आवंटित होने तक उनसे निपुण भारत, मिशन कायाकल्प व सर्वेक्षण आदि कार्य कराए जाएंगे।
- लक्ष्मीकांत पांडेय, बीएसए