बिजनौर) : गुलदार लगातार इंसानी जान ले रहा है, इससे लोगों में भय का माहौल हैं। गुलदार कब कहां पहुंच जाए, कुछ पता नहीं लग पा रहा। गुरुवार को गुलदार प्राथमिक विद्यालय परिसर में घुस गया। गनीमत रही कि उस समय बच्चे नहीं थे। इसके बाद परिसर में संचालित स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र को ग्राम प्रधान के घर में संचालित किया। यह विद्यालय सिकंदरपुर से तीन किमी दूर हैं, जहां बुधवार को नरभक्षी गुलदार ने किसान ब्रह्मपाल सिंह को मारा था। इसी गुलदार ने पहले किसान संदीप को मारा था, इसके बाद ही इसे नरभक्षी घोषित किया गया था।
आल्हाहेडी में स्थित प्राथमिक विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्र गांव के बाहरी छोर पर है। सुबह सात बजे ग्रामीणों और अन्य स्कूलों में जा रहे बच्चों ने गुलदार को विद्यालय परिसर में घूमते देखा। ग्रामीणों के शोर मचाने पर गुलदार दीवार कूदकर जंगल में भाग गया। प्रधानाध्यापक राशिद अली ने बताया कि विद्यालय में 90 बच्चे पंजीकृत हैं। सुबह आठ बजे बच्चे स्कूल पहुंचे तो गुलदार की सूचना मिलने पर अधिकांश अपने घर लौट गए। केवल 14 बच्चे उपस्थित रहे। विद्यालय में सीसीटीवी कैमरा सामने की ओर लगा है, लेकिन गुलदार पीछे से अंदर आया । तीन दिन पूर्व भी विद्यालय परिसर में गुलदार के तीन शावक और गुलदार देखा गया था। वन विभाग की टीम ने आकर जाल लगाया था, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली थी।
सभी पर भारी पड़ रहा गुलदारः इस साल गुलदार के हमलों में 13 लोग मारे जा चुके हैं। चार हथिनी और वन्य जीव विशेषज्ञों के साथ वन विभाग का पूरा अमला रविवार से गुलदार की तलाश कर रहा है लेकिन अभी तक गुलदार सब पर भारी पड़ रहा है। गुरुवार को लखनऊ से भी तीन टीमें भेजी गई हैं जो शुक्रवार को बिजनौर पहुंचेंगी।