Ghazipur उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एसडीएम के गोद लिए स्कूल का हाल खस्ता है। इस स्कूल में 174 बच्चों पर मात्र दो शिक्षक हैं। हर साल यहां छात्र-छात्राओं की संख्या तो बढ़ रही है लेकिन शिक्षकों की संख्या में इजाफा नहीं हो रहा है। जिम्मेदार सब कुछ जानने के बाद भी मौन साधे हुए हैं। बता दें कि इस स्कूल को एसडीएम डा. हर्षिता तिवारी ने गोद लिया है।
गाजीपुर, जागरण संवाददाता। बेशक, सरकार बेसिक शिक्षा में शैक्षिक गुणवत्ता सुधारने के लिए तमाम योजनाएं चला रही हैं लेकिन अधिकारियों की मनमानी के चलते सुधार की मंशा परवान नहीं चढ़ रही है। परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की कमी से पाठ-पठन में अवरोध पैदा हो रहा है। कुछ यही हाल है एसडीएम डा. हर्षिता तिवारी के गोद लिए पूर्व माध्यमिक विद्यालय दरौली का।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय दरौली में 174 बच्चों पर महज दो सहायक अध्यापकों की तैनाती है। जिम्मेदार सब कुछ जानने के बाद भी मौन साधे हुए हैं। ऐसे में बच्चों का भविष्य भी खतरे में है। पूर्व माध्यमिक विद्यालय में 2018 से 21 तक एक ही सहायक अध्यापक परविंदर कुमार तैनात थे लेकिन फरवरी 2021 में एक सहायक अध्यापक संजय कुमार सिंह की तैनाती हुई।
छात्रों की बढ़ रही संख्या लेकिन शिक्षकों की नहीं
हर वर्ष विद्यालय में छात्र-छात्राओं की संख्या में बढ़ोतरी होती रही लेकिन शिक्षकों की संख्या नहीं बढ़ी, जिससे पाठ-पठन में परेशानी हो रही है। 174 बच्चों पर महज दो अध्यापक की पढ़ाने की जिम्मेदारी है। विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक परविंदर कुमार पाल ने बताया की दो वर्षों में किसी भी अध्यापक की नियुक्ति नहीं हुईं है। मजबूरन कक्षा तीन से आठ तक के बच्चों को दोनों लोग एक साथ पढ़ाते हैं।
अधिकारी शिकायत के बाद भी नहीं ली सुध
कई बार उच्चाधिकारियों को इस समस्या से अवगत कराया गया फिर भी किसी ने सुध नहीं ली। कई बार अभिभावक भी शिकायत दर्ज करा चुके है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका। खंड शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार गौतम ने बताया कि अंतर्जनपदीय से आने वाले व प्रोदन्नति शिक्षकों को दरौली विद्यालय पर भेजा जाएगा। इस संबंध में एसडीएम से बात करने की कोशिश की गई लेकिन संपर्क नहीं हो सका।