मुजफ्फरपुर, साल 2022 में सीटेट देने वाले अभ्यर्थियों का रिजल्ट अब अमान्य दिखा रहा है। पेपर एक की परीक्षा इन्होंने बीएड के आधार पर दी थी। ऐसे एक नहीं बल्कि जिले समेत सूबे में में सैकड़ों अभ्यर्थी है। बीएड पर सीटेट पेपर एक पास करने वाले अभ्यर्थियों का रिजल्ट अमान्य हो रहा है।
22 में सीटेट देने वाले अभ्यर्थियों का डिजी लॉकर पर रिजल्ट अमान्य दिखा रहा है। यही नहीं, धीर-धीरे इससे पहले के अभ्यर्थियों का रिजल्ट भी अब अमान्य होने लगा है। इसको लेकर अभ्यर्थियों का आक्रोश फूट पड़ा है। इससे पहले इसी डिग्री पर छठे चरण की शिक्षक बहाली में भी अभ्यर्थी बहाल हो चुके हैं। अब उन अभ्यर्थियों की परशानी यह कि अगर अभी का रिजल्ट अमान्य दिखा रहा तो जो इस डिग्री पर शिक्षक नियुक्त हुए हैं, उनके साथ क्या होगा। यही नहीं, 20 अगस्त को होने वाले सीटेट को लेकर भी असमंजस की स्थिति अभ्यर्थियों में बनी हुई है कि उन्हें परीक्षा में शामिल कराया जाएगा या नहीं।
सीटेट में शामिल होने को बड़ी संख्या में बीएड डिग्रीधारियों ने भरा हुआ है आवेदन: अभ्यर्थी शिवम कुमार ने कहा कि लगातार अभ्यर्थियों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। प्राइमरी के लिए बीएड वाले को पहले परीक्षा में शामिल कराया गया। इस पर
20 अगस्त को होने वाले सीटेट को लेकर भी असमंजस की स्थिति
अभ्यर्थियों में आक्रोश, पहले भी डिग्री पर हो चुकी है बहाली
सैकड़ों अभ्यर्थी नियुक्त भी हुए और अब बीएड को प्राइमरी के लिए मान्यता ही नहीं दी जा रही है। अभ्यर्थी रोहिणी, संगीता समेत दर्जनों अभ्यर्थियों ने कहा कि हमलोगों ने सीटेट पेपर एक के लिए फॉर्म भरा हुआ है। अगर मान्यता ही नहीं है तो फॉर्म ही क्यों भरा गया। जब पास करने वाले का रिजल्ट अब अमान्य किया जा रहा तो हमारी परीक्षा कैसे ली जाएगी। अब तक इस पर कोई आदेश नहीं आया है। हमारा समय और पैसा दोनों बर्बाद गया। अभ्यर्थियों ने कहा कि पहले हम तैयारी कर परीक्षा में बैठे। पास कर गए और अब नौकरी के लिए प्रयासरत थे मगर अब हमारे रिजल्ट को ही अमान्य किया जा रहा है। हम में से कई ऐसे हैं जिनकी उम्र सीमा खत्म हो रही है। हमारे भविष्य को बर्बाद करने की जिम्मेवारी कौन लेगा। अभ्यर्थियों ने कहा कि हम इसके विरोध में अपील दायर करेंगे।