ग्रामीण से शहरी सीमा में आए स्कूल पहले ही काफी समस्याओं से जूझ रहे हैं। अब इनमें शिक्षकों की कमी भी होना तय है। इसकी वजह है कि हाल ही में अंतरजनपदीय तबादलों के दौरान यहां से शिक्षक बाहर तो भेजे गए लेकिन बाहर से शिक्षक यहां नहीं आए।
प्रदेश में पिछले पांच साल में 150 से ज्यादा नगरीय निकाय ऐसे हैं जो नए बने हैं या फिर सीमा विस्तार हुआ है। इससे एक बड़ा ग्रामीण इलाका शहरी सीमा में शामिल हो गया। इसके साथ ही 15 हजार से ज्यादा बेसिक स्कूल भी गांवों से शहरी सीमा में शामिल हो गए। तब से यहां ग्राम प्रधानों ने सभी काम छोड़ दिए। कैडर में बदलाव की अधिसूचना न जारी होने के कारण नगरीय निकाय काम नहीं करवा रहे । अब इन स्कूलों को दूसरी चिंता शिक्षकों की कमी की सता रही है।
यह है दिक्कत : हाल ही में जो अंतरजनपदीय तबादले हुए उसमें यह साफ निर्देश दिए गए थे कि नगर क्षेत्र की विस्तारित सीमा वाले क्षेत्रों का विकल्प शिक्षक नहीं भर सकेंगे। इससे यहां दूसरे जिलों से शिक्षक नहीं आए। वहीं यहां से दूसरे जिलों में जाने के विकल्प के बारे में इस तरह की कोई शर्त नहीं लगाई गई।
इससे यहां से शिक्षक बाहर तो गए लेकिन बाहर से शिक्षक यहां नहीं आए। इस बारे में प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक असोसिएशन के अध्यक्ष विनय कुमार सिंह कहते हैं कि अभी विस्तारित सीमा का कैडर ग्रामीण ही है तो तबादलों में यहां आने और यहां से जाने के दोनों विकल्प खुले रखने चाहिए। नोटिफिकेशन के इंतजार में आने का विकल्प रोकने की कोई वजह नहीं। ऐसे तो विस्तारित सीमा के स्कूलों में शिक्षकों की कमी होना तय है.
तो ये है रोक की वजह
विस्तारित सीमा में आए स्कूलों का कैडर अभी ग्रामीण ही है। इस आधार पर विभाग ने यहां से शिक्षकों का तबादला ग्रामीण क्षेत्र में ही करने का
निर्णय लिया है। वहीं बाहर के जिलों से इन क्षेत्रों में तबादला न करने के निर्देश दिए हैं। इसकी वजह यह बताई जा रही है कि जल्द ही यहां का कैडर नगरीय होना है। नोटिफिकेशन जारी होते ही वे नगरीय क्षेत्र में आ जाएंगे। विस्तारित इलाकों के नोटिफिकेशन में इसलिए देर हो रही है क्योंकि शहर और ग्रामीण क्षेत्र का एक कैडर करने पर भी विचार चल रहा है। ऐसे में दो अलग-अलग नोटिफिकेशन जारी करने से वरिष्ठता का विवाद फंसेगा। वहीं दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों के ज्यादातर स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। तबादलों में विस्तारित सीमा में आने पर रोक लगाने से वे दूर-दराज के स्कूल चुनेंगे। इससे वहां शिक्षकों की कमी भी दूर हो जाएगी।
ग्रामीण कैडर से ग्रामीण कैडर में ही शिक्षक जा सकते हैं। नगर क्षेत्र की विस्तारित सीमा का कैडर भी अभी ग्रामीण ही है। यहां का कैडर नगरीय होने के लिए नोटिफिकेशन होना है। जल्द ही नोटिफिकेशन के बाद समस्या का समाधान हो जाएगा।
-विजय किरण आनंद,
महानिदेशक सकूल शिक्षा