-20 शिखर सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन शामिल नहीं होंगे। उनकी जगह विदेश मंत्री रूस का प्रतिनिधित्व करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सोमवार को फोन पर हुई बातचीत में पुतिन ने यह जानकारी दी। इस दौरान द्विपक्षीय सहयोग समेत अन्य क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने रूस के निर्णय का सम्मान करते हुए जी-20 सम्मेलन की विभिन्न पहलों के लिए रूस के सहयोग का आभार जताया। दोनों नेताओं के बीच हाल में जोहानिसबर्ग में संपन्न हुए ब्रिक्स सम्मेलन को लेकर भी बातचीत हुई।
नई दिल्ली, एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था तेज वृद्धि की ओर अग्रसर है। खास तौर पर पर्यटन, दवा और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्रों में तेज वृद्धि की उम्मीद है। आने वाले दिनों में इन क्षेत्रों में नौकरियों के ज्यादा अवसर पैदा होंगे। इसके अलावा ऑटोमोबाइल क्षेत्र में भी रोजगार के अवसर मिलेंगे।
प्रधानमंत्री ने सोमवार को आयोजित रोजगार मेले में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए 51 हजार से अधिक नवनियुक्त कर्मियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इस दौरान उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत इस दशक में दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा। इससे आम लोगों का जीवन स्तर सुधारेगा। उन्होंने कहा,खाद्यान्न से लेकर दवा उद्योग तक, अंतरिक्ष से स्टार्टअप तक हर क्षेत्र का विकास हो। जब हर क्षेत्र प्रगति करेगा तो अर्थव्यवस्था बढ़ेगी। रोजगार मेला देशभर में 45 स्थानों पर आयोजित किया गया। इसके जरिए गृह मंत्रालय ने केंद्रीय सशस्त्रत्त् पुलिस बल, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और दिल्ली पुलिस में कर्मियों की भर्तियां की हैं।
नौ लाख नौकरियां
प्रधानमंत्री के तीन दावे
पर्यटन क्षेत्र 2030 तक अर्थव्यवस्था में 20 लाख करोड़ रुपये का योगदान होने की उम्मीद है। इसमें 13-14 करोड़ नए रोजगार पैदा हो सकेंगे।
दवा उद्योग दवा उद्योग अभी चार लाख
करोड़ रुपये का क्षेत्र है। यह 2030 तक
10 लाख करोड़ रुपये का हो सकता है।
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग यह क्षेत्र बीते वर्ष करीब 26 लाख करोड़ रुपये का था। जो अगले साढ़े तीन वर्षों में बढ़कर 35 लाख करोड़ रुपये का हो सकता है।
हजार से अधिक नवनियुक्त कर्मियों को नियुक्ति पत्र बांटे गए रोजगार मेले में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को रोजगार मेले को संबोधित किया