, प्रयागराज चंद्रयान-3 की सफलता के बीच बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यार्थियों को देश के महान गणितज्ञों और विज्ञानियों को पढ़ाने की योजना पर कार्य शुरू कर दिया गया है। विज्ञान और गणित के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धियां अर्जित करने वाली विभूतियों पर केंद्रित निर्माण की कार्यशाला पुस्तक राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान में चल रही है। इसमें विषय विशेषज्ञों को बुलाया गया है, जो मनीषियों के जीवन परिचय के साथ उनकी उपलब्धियों को संकलित करने का कार्य कर रहे हैं।
परिषदीय विद्यालयों के छात्र- छात्राओं को अगले सत्र से महान गणितज्ञ और खगोल विज्ञानी आर्यभट्ट, गणितज्ञ ब्रह्मगुप्त, खगोल विज्ञानी वराहमिहिर, भाष्कर के साथ ही श्रीनिवास रामानुजन, डा. एपीजे अब्दुल कलाम, सत्येंद्र नाथ बोस सीवी रमन आदि को पढ़ाए जाने की तैयारी है। इन महान विभूतियों की उपलब्धियों और उनकी विशेषताओं
चंद्रयान-3 की सफलता को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा : गुलाब देवी
जासं, संभल : प्रदेश की माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
गुलाब देवी का कहना है कि चंद्रयान- 3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग से विश्व पटल पर देश का मान बढ़ा है। इसे शैक्षिक पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। स्थानीय विधायक ने अपने गृहनगर में बातचीत में बताया कि लैंडर विक्रम का सकुशल चांद पर उतरना और वैज्ञानिकों की सोच के अनुसार काम करना देश के
को संकलित करते हुए गणित और विज्ञान विषय में पूरक पुस्तक तैयार की जाएगी। इसके माध्यम से छात्र- छात्राएं न सिर्फ इनकी उपलब्धियों को जान सकेंगे, बल्कि देश की समृद्ध विरासत से भी परिचित होंगे। इसके साथ ही उनमें गणित और विज्ञान विषय की पढ़ाई के लिया जाएगा।
लिए सबसे बड़ी गौरव की बात है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश निरंतर ऊंचाइयों की ओर बढ़ रहा है। भारत की इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को जल्द ही विद्यार्थी कोर्स की किताबों में पढ़ेंगे। इससे बच्चों को व्यापक जानकारी होगी। उन्हें यह भी आभास होगा कि मेहनत व लगन से वैज्ञानिकों ने जो कामयाबी हासिल की है, अगर प्रयास किया जाए तो कोई भी कार्य असंभव नहीं हो सकता है।
प्रति रुझान बढ़ेगा। राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान के निदेशक अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि पुस्तक निर्माण के लिए कार्यशाला में विषयों के जानकार प्रवक्ता बुलाए गए हैं। पुस्तक तैयार होने के बाद इसे पढ़ाने के लिए शासन स्तर से निर्णय