कासगंज, तत्कालीन बीएसए को मैने ही हटवाया था। खंड शिक्षाधिकारी भी हटने वाले है। मेरे काम में अड़चन ठीक नहीं है। इस तरह की धमकी मिडडे मिल घोटाले के आरोपी शिक्षक ने पिछले दिनों विद्यालयों के अन्य शिक्षकों को दी थी और अब अपने अनुपस्थितकाल के दौरान का एरियर लगवाने के लिए खंड शिक्षाधिकारी और बीएसए कार्यालय के लिपिकों पर भी दबाव बना दिया। मामले में खंड शिक्षाधिकारी अब नए सिरे से जांच की बात कह रहे है।
गंजडुंडवारा विकास खंड क्षेत्र के गांव नगला चिना में तैनात शिक्षक विनीत चतुर्वेदी को पिछले वर्ष निलंबित किया गया था और दूसरे गांव के स्कूल पर शिक्षक को संबद्ध कर दिया। फिर खंडशिक्षाधिकारी ने जांच की तो स्पष्ट हुआ कि शिक्षक विद्यालय में अधिकांश दिनों में उपस्थित नहीं रहते थे।मामले में जांच के बाद दो वर्ष की वेतन वृद्धि रोकते हुए उन्हें बहाल किया गया, लेकिन अब मामला एक बार फिर तूल पकड़ गया है। जब शिक्षक की ऑनलाइन उपस्थिति खंडशिक्षाधिकारी के समक्ष आयी है।
उपस्थिति पंजिका में स्पष्ट हुआ है कि पूरे वर्ष शिक्षक विद्यालय पहुंचे ही नहीं। कभी बीमारी का बहाना बनाया तो कभी अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहे। इधर जब शिक्षक ने स्वयं को फिर से कार्यवाही में घिरते देखा है तो खलबली मच गई है। वहीं शिक्षक पर मध्यान्ह भोजन में गड़बड़ी की रिकवरी भी की जा रही है।
इस बीच अपने आरोपों को दबाने के लिए शिक्षक ने खंड शिक्षाधिकारी और बीएसए कार्यालय के लिपिकों पर अनाधिकृत रूप से एरियर के लिए दबाव बना दिया है। बिना दस्तावेज दिए ही शिक्षक एरियर लगवाने का बात कर रहा है। जब लेखा विभाग से उसकी पत्रावली वापस कर दी गई तो उसकी शिकायत भी शिक्षक ने मुख्यमंत्री कार्यालय पर कर दी, लेकिन कोई खास तथ्य और दस्तावेज नहीं दिए।
इधर गंजडुंडवारा के खंड शिक्षाधिकारी ने नए सिरे से जांच की बात कही है। हालांकि शिक्षक का आरोप है कि मुझे अनाधिकृत रूप से परेशान किया जा रहा है। वहीं शिक्षा विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के अनुसार शिक्षक कोई भी दस्तावेज ऐसे प्रस्तुत नहीं कर पा रहे जो उनके बचाव में हो।
शिक्षक कई आरोपों में घिरे हुए है। मध्यान्ह भोजन में गड़बड़ी और घोटाले की रिकवरी भी उनसे की जा रही है। अब बिना दस्तावेज के एरियर के लिए दबाव बना रहे हैं जो संभव नहीं है। हम मामले में जांच करेंगे। – अंकित मिश्रा, खंड शिक्षाधिकारी गंजडुंडवारा