उन्नाव, संवाददाता । बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों का शोषण खत्म नहीं हो रहा है। उन्हें छह-छह माह अपने वेतन (एरियर) जैसे अधिकार के लिए भटकना पड़ रहा है। कई बार प्रपत्र देने के बाद भी न तो अफसर उनकी समस्याएं सुनते हैं और नहीं पटल पर बैठा सहायक दिलचस्पी लेता है। ऐसे में शिक्षक-शिक्षिकाएं अपने हक के लिए मारे-मारे घूम रहे हैं। एक ऐसा ही मामला प्रावि भितरेपार नवाबगंज का सामना आया है। जहां की शिक्षका छह माह से एरियर दिलाने के लिए गुहार लगा रही है।
प्रावि की शिक्षिका तारा ने बेसिक शिक्षा अधिकारी और वित्त लेखाधिकारी को दिए गए पत्र में बताया है कि यू डायस कार्य तकनीकी समस्या और विद्यालय स्टॉफ का सहयोग प्राप्त न होने के कारण पूरा नहीं था । जिस पर अप्रैल और मई 2023 का वेतन अधिकारियों द्वारा अनाधिकृत लीव के तहत अवरूद्ध किया था। इसके बाद यू डायस का काम पूरा करके स्पष्टीकरण दिया था। 3 जून से 24 अगस्त तक लगातार 8 बार आफलाइन और
ऑनलाइन आवेदन भी किया। सात बिना कोई कारण बताए रिटर्न और रिजेक्ट कर दिया गया है। आठवीं बार 24 अगस्त को ब्लॉक स्तर से लेखा कार्यालय को भेजा गया। इसके बाद भी कोई प्रतिक्रिया और उत्तर न देते हुए एरियर नहीं मिला । शिक्षिका ने बीएसए और लेखा को पत्र देकर बताया कि गंभीर बीमारी से ग्रसित है। जिसका लखनऊ में इलाज भी चल रहा है। आय का कोई स्रोत न होने के कारण इलाज में दिक्कत आ रही है। जिसे देखते शिक्षिका ने एरियर भुगतान का अनुरोध किया है।
एकाउंट अफसर अनिल कुमार द्विवेदी ने बताया कि अगर ऐसा कोई मामला है तो मैं दिखवाता हूं। तत्काल प्रभाव से शिक्षिका का एरियर दिलाने का काम करवाया जाएगा।
मुझे अभी प्रपत्र मिला GS नहीं है। में दिखवाती हूँ । संबंधित शिक्षिका का एरियर भुगतान अगर नहीं हुआ है तो कराया जाएगा।
संगीता सिंह, बीएसए उन्नाव