सोनभद्र,
राज्य परियोजना कार्यालय की तरफ से निर्देशित निपुण आंकलन परीक्षा परिणाम आधारित उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन शुक्रवार को मुख्य विकास अधिकारी सौरभ गंगवार व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी नवीन पाठक की संयुक्त अध्यक्षता में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान सभागार में आयोजित किया गया। इस दौरान सितंबर माह में परिषदीय एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की लर्निंग आउटकम पर आधारित अधिगम स्तर के आकलन के लिए निपुण लक्ष्य असेसमेंट (नैट)परीक्षा में खराब प्रदर्शन करने वाले 93 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को प्रशिक्षण दिया गया।
जनपद में सितंबर माह में आयोजित किए गए नैट परीक्षा में 1790 प्रतिभागी विद्यालयों में से 93 विद्यालय ई श्रेणी में चिन्हित हुए हैं। कार्यशाला में ई ग्रेड प्राप्त विद्यालय प्रभारियों से परीक्षा में खराब प्रदर्शन से जुड़ी समस्याओं पर बारीकीयों से समीक्षा करते हुए अगली बैठक 10 दिसंबर से पूर्व सभी विद्यालयों को निपुण बनाने संबंधी अनिवार्य निर्देश दिए गए। इस कार्यशाला में प्रधानाध्यापक और प्रभारी प्रधानाध्यापक को अनिवार्य रूप से अपने अभिलेखों निपुण तालिका, शिक्षण योजना, समय सारणी को विद्यालय में प्रयोग करने और नेतृत्व कौशल विकसित करने के लिए सुझाव दिए गए। सीडीओ ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को प्रत्येक सप्ताह 10 विद्यालयों के निपुण होने की समीक्षात्मक बैठक के लिए आवश्यक निर्देश दिया। बीएसए ने प्रदेश स्तर पर जनपद के 75 वें स्थान पर होने संबंधित चिंताजनक स्थिति पर जिम्मेदारी सुनिश्चित करते हुए सभी विद्यालय के शिक्षकों की तरफ से निपुण लक्ष्य असेसमेंट एवं निपुण संवाद तकनीक का अनिवार्य प्रयोग करते हुए निपुण भारत मिशन को दिसंबर तक पूर्ण करने की चेतावनी दी। इस मौके पर जिला समन्वयक प्रशिक्षण जय किशोर वर्मा, एसआरजी विद्यासागर, संजय मिश्रा, विनोद कुमार आदि थे।