लखनऊ। प्रदेश में माध्यमिक के एडेड विद्यालयों में काम कर रहे तदर्थ शिक्षकों को हटाने के निर्णय पर माध्यमिक शिक्षक संघ (चंदेल गुट) व्यापक विरोध करेगा। इसकी शुरुआत 16 नवंबर को जिलों में विद्यालय स्तर पर प्रदर्शन से होगी। संघ के पदाधिकारियों के मुताबिक यदि शासन ने जल्द अपना निर्णय वापस नहीं लिया तो नियमित आंदोलन शुरू किया जाएगा।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष चेत नारायण सिंह व महामंत्री राम बाबू शास्त्री ने कहा कि हम तदर्थ शिक्षकों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। संगठन उनकी सेवा सुरक्षा के लिए हर संभव संघर्ष करेगा। पहले चरण में 16 नवंबर को
प्रदेश के सभी जिलों में ईकाई अध्यक्ष व मंत्री के नेतृत्व में अपने-अपने विद्यालय पर काली पट्टी बांधकर विरोध-प्रदर्शन करेंगे। संघ के प्रांतीय संयोजक (आईटी सेल) संजय द्विवेदी ने कहा कि सरकार ने तदर्थ शिक्षकों का बकाया वेतन जारी करने का निर्णय तो अच्छा लिया, लेकिन उनकी सेवा समाप्ति का निर्णय घातक है। इसमें कई शिक्षक 25 तो कुछ 30 साल से विद्यालयों में सेवाएं दे रहे हैं। शिक्षक संघ उनके साथ हर स्तर पर लड़ाई लड़ेगा। जल्द ही अगर इस पर सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया तो फिर आंदोलन तेज किया जाएगा।