लव चैटिंग के मामले में कैंट पुलिस की घोर लापरवाही सामने आई है। पहले पीड़ित को थाने से टरका दिया गया। पीड़ित ने कोर्ट में शरण ली तब पुलिस ने आठ दिन बाद एफआईआर दर्ज की।
कानपुर में कैंट स्थित स्कूल में टीचर द्वारा छात्र को यौन प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराने का दबाव बनाने के मामले में पुलिस छात्र के मोबाइल फोन को फोरेंसिक लैब टेस्टिंग के लिए भेजेगी। विवेचना ट्रांसफर करने को लेकर शुक्रवार को अधिकारियों के बीच मंथन भी हुआ।
विवेचना जल्द राजपत्रित अधिकारी को ट्रांसफर की जा सकती है। शुक्लागंज निवासी कपड़ा कारोबारी का बेटा कैंट स्थित स्कूल में दसवीं का छात्र है। पिता का आरोप है था कि उसके स्कूल की एक टीचर ने बेटे को यौन प्रलोभन देकर उसका धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास किया।
पिता ने इसकी शिकायत थाने से लेकर उच्च अधिकारियों तक की मगर सुनवाई नहीं हुई। मामले में कोर्ट के आदेश के बाद कैंट थाने में गुरुवार को एफआईआर दर्ज कर ली गई। एसीपी कैंट वृजनारायण सिंह ने बताया कि छात्र और टीचर के बीच मोबाइल फोन पर चैटिंग की बात सामने आई है।
कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
सच्चाई जानने के लिए छात्र का मोबाइल फोन जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। निष्पक्ष जांच करते हुए मजबूत साक्ष्य जुटाए जाएंगे। वहीं, कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए, जिसमें कैंट इंस्पेक्टर और अन्य पुलिस कर्मी पीड़ित परिवार के साथ अच्छा व्यवहार करते नहीं देखे गए। अधिकारी विवेचना जल्द ट्रांसफर कर सकते हैं।
एफआईआर कॉपी लेने पहुंचे पिता की नोकझोंक
लव चैटिंग के मामले में कैंट पुलिस की घोर लापरवाही सामने आई है। पहले पीड़ित को थाने से टरका दिया गया। पीड़ित ने कोर्ट में शरण ली तब पुलिस ने आठ दिन बाद एफआईआर दर्ज की। जब छात्र के पिता थाने ने एफआईआर की कॉपी लेने पहुंचे तो पुलिस ने कॉपी देने से इन्कार कर दिया।
शिक्षिका समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमे का आदेश
इसे लेकर छात्र के पिता की पुलिस से नोकझोंक की। छात्र के पिता ने बताया कि सात नवंबर को कोर्ट की शरण की थी। आठ नवंबर को शिक्षिका समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमे का आदेश हुआ। पुलिस ने 16 नवंबर को रिपोर्ट दर्ज की। बताया उन्हें कैंट पुलिस से सही जांच और न्याय की उम्मीद नहीं है। वह पुलिस अधिकारियों से मिलकर जांच अन्य थाने व विवेचक को ट्रांसफर कराने की मांग करेंगे।