प्रयागराज। राजकीय विद्यालयों में एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए अभ्यर्थियों को अभी इंतजार करना होगा। शासन ने अब तक समकक्ष अर्हता पर स्थिति स्पष्ट नहीं की है। ऐसे में विद्यालयों को मौजूदा सत्र में नए शिक्षक मिल पाने अब मुश्किल है।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के पास तकरीबन साल भर से एलटी ग्रेड शिक्षक के छह हजार से अधिक पदों का अधियाचन पड़ा है। वहीं, प्रवक्ता के भी सैकड़ों पदों का अधियाचन काफी पहले मिल चुका है, लेकिन भर्ती शुरू नहीं हो पा रही है। आयोग ने एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती का पिछला विज्ञापन वर्ष 2018 में जारी
किया था।
इसमें कई विषयों की समकक्ष अहंता को लेकर विवाद था और अभ्यर्थी कोर्ट चले गए थे। कला विषय में तो सैकड़ों अभ्यर्थियों का चयन निरस्त कर दिया गया था। वहीं, हिंदी विषय में भी अभ्यर्थियों का चयन फंस गया था। अर्हता को लेकर इस भर्ती में इतने विवाद थे, जिनका निराकरण अभी तक नहीं किया जा सका है।
भर्ती शुरू होने के बाद अभ्यर्थी कोर्ट न जाएं, इसी वजह से आयोग ने विज्ञापन जारी करने से पहले ही समकक्ष अर्हता पर स्थिति स्पष्ट करने के लिए शासन को पत्र भेज दिया था। आयोग ने कई रिमाइंडर भी भेजे, लेकिन स्थिति अभी तक स्पष्ट नहीं की जा सकी है। वहीं,अभ्यर्थी नया विज्ञापन जारी किए जाने की मांग को लेकर आयोग में कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं। आयोग के सूत्रों का कहना है कि एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती की समकक्ष अहंता को लेकर जब तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो जाती है, तब तक नई भर्ती का विज्ञापन जारी नहीं किया जाएगा।
अभ्यर्थियों ने सवाल उठाए हैं कि आखिर एक साल से समकक्ष अर्हता पर स्थिति स्पष्ट क्यों नहीं की जा सकी है। एक माह का काम एक साल में पूरा नहीं हो सका और इसका नुकसान अभ्यर्थियों को उठाना पड़ रहा है। बड़ी संख्या में अभ्यर्थी भर्ती के इंतजार में ओवरएज भी हो गए हैं।