लखनऊ। प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त (एडेड) महाविद्यालयों के मानदेय सेवा से नियमित हुए शिक्षकों को शासन जल्द बड़ा तोहफा दे सकता है। शिक्षकों की मांग के अनुसार उनके मानदेय सेवा का कार्यकाल पदोन्नति में जोड़ने की तैयारी शुरू की गई है। एडेड कॉलेजों में पूर्व में मानदेय के पद पर प्रवक्ताओं ने लंबी सेवा पूरी की। वर्ष 2017-18 में काफी शिक्षकों को नियमित किया गया। इसी क्रम में शिक्षक कैरियर एडवांसमेंट स्कीम (कैश) के अंतर्गत पदोन्नति, सीनियर स्केल, सेलेक्शन ग्रेड देने के लिए अपनी मानदेय सेवाओं की गणना करने की मांग कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक महासंघ (फुफुक्टा) ने भी इसका समर्थन किया है।
अब शासन ने उच्च शिक्षा निदेशालय से इसकी जानकारी मांगी है। इसी क्रम में उच्च शिक्षा निदेशालय के संयुक्त सचिव डॉ केसी वर्मा ने सभी क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारियों से भी जानकारी मांगी है। उन्होंने कहा है कि एडेड कॉलेज के मानदेय प्रवक्ताओं को इसका लाभ देने के तहत वित्तीय व्ययभार की गणना कर संस्तुति के साथ शासन को आख्या उपलब्ध कराएं। इसी क्रम में अब क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारियों ने सभी प्राचार्यों को पत्र भेजकर यह जानकारी मांगी है। फुफुक्टा के कार्यालय सचिव डॉ. मनीष श्रीवास्तव ने कहा कि शिक्षक वरिष्ठता व एरियर की मांग शासन से नहीं कर रहे हैं। अगर उनकी पूर्व की सेवा जुड़ जाती है तो आगे उनको पदोन्नति व उच्च ग्रेड पाने में आसानी होगी। शासन को यह मांग जल्द पूरी करनी चाहिए