आगरा के परिषदीय स्कूलों में शिक्षा का हाल सुधर नहीं रहा है। बृहस्पतिवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने औचक निरीक्षण किया तो स्कूलों की हकीकत सामने आ गई। सैंया ब्लाॅक में सुबह 9:30 बजे तक शिक्षक स्कूल नहीं पहुंचे थे, विकास खंड के आठ स्कूलों का ताला तक नहीं खुल पाया था। वहीं 26 शिक्षक भी अनुपस्थित थे।
स्कूलों की हकीकत जानने के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) जितेंद्र गोंड ने सुबह 7:30 बजे खंड शिक्षा अधिकारियों एवं जिला समन्वय को विकास खंड सैंया के क्षेत्र आवंटित कर जांच के लिए रवाना किया। जांच में कुल 26 शिक्षक अनुपस्थित थे और आठ स्कूलों का ताला नहीं खुला था। सैंया ब्लाॅक के विद्यालय बसई खुर्द में दो शिक्षक और दो शिक्षामित्र तो मौजूद थे लेकिन यहां मात्र 16 छात्र पंजीकृत थे।
बीएसए के निपुण लक्ष्य के विषय में पूछने पर शिक्षक और शिक्षामित्र कोई जवाब नहीं दे पाए। इसी प्रकार शमसाबाद स्थित बीएस कराही विद्यालय पर सुबह 9:30 बजे तक ताला लटका था। बीएसए का कहना है कि जांच टीमों ने शिक्षण में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की है।