लखनऊ। बेसिक शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के प्रशिक्षकों का एक दल विशेष प्रशिक्षण के लिए मंगलवार को गुजरात रवाना हुआ। यह दल बहां से प्रशिक्षण पाने के बाद सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के चुने गए 13 डायट को विकसित करेंगे। इस दल में इन ३। यट के वरिष्ठ प्रवक्ताओं के यूनिसेफ के प्रतिनिधि भी
शामिल हैं।
यूनिसेफ उत्तर प्रदेश के प्रमुख डॉ जकारी ऐडम ने कहा कि यूनिसेफ प्रदेश के शिक्षा विभाग के साथ मिल कर डायट में राष्ट्रीय शिक्षा नीति और सतत विकास लक्ष्यों के तहत बदलाांकि लिए काम कर रहा है। यूनिसेफ उत्तर प्रदेश के शिक्षा
विशेषज्ञ श्री ऋत्विक पात्रा ने बताया प्रदेश में डायट के वर्तमान परिदृश्य को समझने के लिए टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज द्वारा यूनिसेफ के सहयोग से वर्ष 2022 में अध्ययन किया गया था। इसमें डायट के पाठ्यक्रम में बदलाव लाने को जरूरी बताया गया। इसी के तहत
राज्य शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) और डायट के लिए दस दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के चयनित 13 डायट के प्रतिनिधि 11 दिसंबर से 22 दिसंबर तक एमएस बड़ौदा विश्वविद्यालय, गुजरात में अनुसंधान पर एक कोर्स करेंगे। एससीईआरटी के संयुक्त निदेशक डॉ. पवन सचान ने बताया कि प्रशिक्षण के बाद ये प्रतिनिधि अपने जिलों के सेंटर को बेहतर बनाएंगे।
प्रयागराज समेत इन डायट का हुआ है चयन
लखनऊ, वाराणसी, कुशीनगर, कानपुर देहात, गोरखपुर, मोरादाबाद, मेरठ, अलीगढ़, जौनपुर, बाराबंकी, मुजफ्फरनगर, प्रयागराज और आगरा।